Sultanpur News: सुल्तानपुर में PM मोदी को काला झंडा दिखाने वाली महिला को घेरकर गुंडों ने मारी गोली, UP में 'फर्क साफ है'
(सुल्तानपुर में महिला को बदमाशों ने मारी गोली)
Sultanpur News: सुल्तानपुर में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) को काला झंडा दिखाकर चर्चा में आई कांग्रेस नेता रीता यादव (Reeta Yadav) को सोमवार देर शाम बदमाशों ने गोली मार दी। गोली उसके पैर में लगी है। घायल अवस्था में उसे सीएचसी लंभुआ में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर किया है। सीओ लंभुआ सतीश चंद शुक्ला ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। साथ ही रीता के बयान दर्ज किए हैं।
पहले धमकी फिर मारी गोली
अस्पताल में भर्ती रीता ने बताया कि मैं पोस्टर-बैनर बनवाने गई थी। वहां से घर जा रही थी। रास्ते में हाईवे पर लंभुआ के पास तीन लोगों ने ओवरटेक करके मेरी बोलेरो को रोका और गाली देते हुए जान से मारने की धमकी दी। मेरे ड्राइवर की कनपटी पर पिस्टल लगा दिया। मैंने जब उन्हें इस पर तमाचा मारा तो उन्होंने मुझे गोली मार दी और भाग निकले।
वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा को घेरा है। कांग्रेस ने जेपी नड्डा को टैग करते हुए ट्वीट किया। इसमें लिखा है- @JPNadda जी, लड़कियों को लड़ने से आपकी पार्टी के जंगलराज में भाड़े के गुंडे रोक रहे हैं। महिलाओं की साड़ी खींचने वाले कायरों से इसी कायरता की उम्मीद है। बेटियों की एकजुटता से डरे कायर अब बेटियों पर गुंडे छोड़ रहे हैं।
सुल्तानपुर में कांग्रेस नेता रीता यादव को गोली मारी गई है। @JPNadda जी, लड़कियों को लड़ने से आपकी पार्टी के जंगलराज में भाड़े के गुंडे रोक रहे हैं।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) January 3, 2022
महिलाओं की साड़ी खींचने वाले कायरों से इसी कायरता की उम्मीद है। बेटियों की एकजुटता से डरे कायर अब बेटियों पर गुंडे छोड़ रहे हैं। pic.twitter.com/Sl7DWLSlFY
प्रियंका गांधी जाएंगी मिलने
17 दिसंबर को लखनऊ में प्रियंका गांधी से भी रीता यादव ने मुलाकात की थी। सुल्तानपुर के कांग्रेस नेता विजय श्रीवास्तव ने बताया कि प्रियंका गांधी भी रीता यादव का हालचाल लेने के लिए मंगलवार को सुल्तानपुर आएंगी।
ये है पूरा मामला
16 नवंबर को पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के लिए सुल्तानपुर पहुंचे थे। इस दौरान रीता यादव ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था और दो दिनों बाद उनकी बेल हुई थी। घटना के एक महीना बाद तक वह सपा में रहीं, लेकिन सम्मान नहीं मिलने पर वो 17 दिसंबर को लखनऊ में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा से मिलीं और कांग्रेस ज्वॉइन की थी।