Haldwani news : उत्तराखण्ड के सूरज ने मांस में जहर खिलाकर ली गुलदार की जान, खाल-नाखून और दांत तस्करी कर ले जा रहा था गुजरात
Haldwani news : आये दिन उत्तराखण्ड में गुलदार, बाघ और तेंदुए के आतंक की खबरें मीडिया में छायी रहती हैं। कई लोगों को आदमखोर गुलदार अपना निवाला बना चुके हैं। मगर इस बीच एक गुलदार को आदमखोर होने के कारण नहीं बल्कि उसकी खाल बेचने के लिए मारा गया।
उत्तराखण्ड पुलिस ने ट्वीट किया है, 'जसपुर खोलिया मार्ग पर नैनीताल पुलिस ने चौकिंग के दौरान गुलदार की खाल मय नाखून बरामद कर वन्यजीव तस्कर सूरज कुमार को गिरफ्तार किया गया।'
उत्तराखंड के नैनीताल जनपद में गुलदार यानी तेंदुए की खाल के साथ एक युवक को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। चोरगलिया थाना पुलिस और एसओजी की टीम ने आरोपी की पहचान 24 वर्षीय सूरज कुमार के रूप में की है। पुलिस का दावा है कि उसके पास से तेंदुए की खाल, दांत और नाखून बरामद हुए हैं और आरोपी इनका सौदा करने के लिए गुजरात ले जा रहा था।
पुलिस का दावा है कि मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर आरोपी सूरज कुमार को गिरफ्तार किया गया और उसके पास से तेंदुए की खाल, नाखून और दांत बरामद किये गये हैं। पुलिस और एसओजी की टीम ने आरोपी सूरज की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर वन्य जीव जंतु संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जेल भेज दिया है। फिलहाल नैनीताल पुलिस सूरज कुमार का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
गुलदार की खाल मय नाखून सहित वन्यजीव तस्कर गिरफ्तार
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) March 14, 2023
जसपुर खोलिया मार्ग पर नैनीताल पुलिस ने चौकिंग के दौरान गुलदार की खाल मय नाखून बरामद कर वन्यजीव तस्कर सूरज कुमार को गिरफ्तार किया गया।#UttarakhandPolice #UKPoliceFightsCrime #ApraadhParPrahaar pic.twitter.com/wqhDVWkxzh
नैनीताल के एसएसपी पंकज भट्ट ने मीडिया को दी गयी जानकारी में बताया, हमें सूचना मिली कि एक युवक गुलदार की खाल को गुजरात लेकर जा रहा है, जिसके बाद पुलिस और एसओजी की टीम ने तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने चोरगलिया-सितारगंज रोड के जसपुर खोलिया जाने वाली सड़क पर एक युवक को देखा तो उसकी पीठ पर बैग था। पुलिसकर्मियों ने जब युवक को रोककर पूछताछ की, तो उसने अपना नाम सूरज कुमार बताया और कहा कि वह कालीपुर पोखरिया थाना चोरगलिया का ही रहने वाला है।
आरोपी सूरज के बैग की तलाशी के दौरान पुलिस को तेंदुए की खाल, दांत और नाखून मिले, जिसके बाद पुलिस ने सूरज को गिरफ्तार किया और वन विभाग को इसकी सूचना दी। पुलिसिया पूछताछ के दौरान सूरज ने स्वीकारा कि उसने लगभग चार माह पहले गुलदार को चोरगलिया के जंगल में मांस में जहर देकर मौत के घाट उतारा था। तेंदुए के मरने के बाद सूरज ने उसकी खाल निकाल ली थी और उसे सुखाने के बाद उसमें तेल लगाकर रख दिया था। इसी तरह तेंदुए के दांत और नाखून भी सूरज ने निकालकर अलग कर लिये थे। अब वह गुलदार की खाल, नाखून और दांतों का सौदा करने गुजरात जा रहा था।
सूरज ने पुलिस को बताया कि वह गुजरात में नौकरी करता था। चूंकि गुजरात में गुलदार की खाल की बहुत मांग है इसलिए पैसे के लालच में वह गुलदार के अवशेषों को बेचने वहां ले जा रहा था।