Tej Pratap Yadav ने मांगी वाई कैटगरी की सुरक्षा, गृहमंत्री और बिहार के डीजीपी को लिखा पत्र
Tej Pratap Yadav ने मांगी वाई कैटगरी की सुरक्षा, गृहमंत्री और बिहार के डीजीपी को लिखा पत्र
Tej Pratap Yadav : राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बिहार डीजीपी को पत्र लिखकर वाई कैटगरी की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया है। बता दें कि तेज प्रताप के सरकारी आवास पर कुछ लोगोंने जबरन घुसकर हंगामा किया था।
राजद नेता तेज प्रताप यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री (Amit Shah) को लिखे पत्र में कहा कि मैं पटना स्थित अपने सरकारी आवास में रहता हूं। जहां रोजाना हजारों लोगों से मुलाकात होती है और समय समय पर नक्सली क्षेत्रों में भी जन सुनवाई के लिए जाता हूं। बीते दिोनं सरकारी आवास पर कुछ असामाजिक तत्वों ने हंगामा करते हुए मुझे जान से मारने की धमकी दी। अत: मुझे वाई कैटगरी की सुरक्षा की सुरक्षा प्रदान करने के लिए बिहार सरकार को आदेशित किया जाए।
माननीय केंद्रीय गृह मंत्री, भारत सरकार एवं पुलिस महानिदेशक मुख्यालय, बिहार, पटना से Y श्रेणी सुरक्षा की माँग करता हूँ।@AmitShah @HMOIndia pic.twitter.com/Gwv2C5JK6o
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) February 14, 2022
तेज प्रताप यादव ने बिहार पुलिस महानिदेशक बिहार पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से भी उपरोक्त बातों को संदर्भित करते हुए सुरक्षा के दृष्टिकोण से वाई कैटगरी की सुरक्षा की मांग की है। जिसमें उन्होंने बताया कि मैं बिहार राज्य का कैबिनेट मंत्री भी रह चुका हूं। साथ ही मेरे सरकारी आवास पर हमला कर जान से मारने की धमकी दी गई है।
तेज प्रताप ने कहा कि बिहार में आए दिन अपराध का स्तर बढ़ रहा है। साथ ही आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर उन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही है और हत्या कराने की साजिश रची जा रही है। यदि उन्हें कुछ भी होता है उसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।
बीते रविवार की शाम को कुछ असामाजिक तत्वों ने तेजप्रताप के पटना स्थित सरकारी आवास पर जबरन दाखिल होने के बाद समर्थकों के साथ मारपीट की थी। इसके अलावा हंगामा कर रहे लोगों ने तेज प्रताप के सहयोगी और युवा राजद उपाध्यक्ष सृजन स्वराज को जान से मारने की धमकी दी थी। हालांकि हंगामे के बाद सृजन स्वराज ने घटना की शिकायत पटना के सचिवालय थाने में दर्ज कराई थी और सुरक्षा की मांग की थी।