राकेश टिकैत का पुतला फूंकने वालों ने मांगी माफी, कहा बहकावे में हुई गलती
राकेश टिकैत हुए हमलावर, बोले- ईमानदारी से परिणाम आए तो BJP को होगा काफी नुकसान
जनज्वार। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की विभिन्न राज्यों से लगी सीमाओं पर पिछले 71 दिनों से किसान आंदोलन पर हैं। इस बीच बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आहूत ट्रैक्टर मार्च के दौरान दिल्ली में हिंसा और लाल किला का एपिसोड हुआ।
इसके बाद कुछ समय के लिए शांत होता हुआ किसान आंदोलन एक बार फिर उफान पर है। इन सबके बीच उत्तरप्रदेश के शामली जिला में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का पुतला दहन करने वालों को माफीनामा लिखना पड़ा है।
शामली में बीते 31 जनवरी को कुछ लोगों ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का पुतला दहन किया। इसकी खबर समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुई। इसके बाद स्थानीय प्रशासन सक्रिय हुआ। खबर है कि स्थानीय पुलिस ने इस समाचार पर ऐक्शन लिया।
पुलिस ने इससे शांतिभंग होने की आशंका जताते हुए एसडीएम को रिपोर्ट भेजा। पुलिस की रिपोर्ट में इसे शांतिभंग की कार्रवाई मानते हुए धारा 107/116 के तहत चालानी रिपोर्ट दी और मुचलके की कार्रवाई का अनुरोध किया। इसके बाद पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल दर्जन भर लोगों ने लिखित माफीनामा दिया है।
खबर है कि इन लोगों ने लिखा है कि 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को लेकर जोश में आकर उनलोगों ने 31 जनवरी को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का पुतला दहन किया था। यह उनकी गलती है और इस गलती पर उन्हें पछतावा है।
माफीनामे में यह भी वादा किया गया है कि भविष्य में इस तरह की गलती नहीं होगी और हम लोग इस कृत्य के संबन्ध में माफी मांगते हैं।
माफीनामा लिखने वालों में धनपाल(30) पुत्र सुरेन्द्रपाल, अनन्त(25) पुत्र वीरेंद्र, सोहनलाल(45) पुत्र रामपाल, राहुल(28) पुत्र सुरेन्द्रपाल, रजनीश(40) पुत्र रामपाल, मोनु(25) पुत्र हरिओम, पारुल(25) पुत्र देवकुमार, ललित शर्मा(35) पुत्र रमेश शर्मा, राजेन्द्र(45) पुत्र हरपाल, विश्वास(30) पुत्र जनेश्वर, सचिन(30) पुत्र सतीश तथा अंकुर(25) पुत्र हरिओम शामिल हैं।