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आयुष्मान योजना में खेला: गिनती बढ़ाने के लिए 42 लाख कोरोना जांच को डाल दिया इलाज की लिस्ट में, जबकि 8.74 लाख मरीज ही हुए अस्पतालों में भर्ती

Janjwar Desk
7 April 2022 1:45 PM IST
आयुष्मान योजना में खेला: गिनती बढ़ाने के लिए 42 लाख कोरोना जांच को डाल दिया इलाज की लिस्ट में, जबकि 8.74 लाख मरीज ही हुए अस्पतालों में भर्ती
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आयुष्मान योजना में खेला: गिनती बढ़ाने के लिए 42 लाख कोरोना जांच को डाल दिया इलाज की लिस्ट में, जबकि 8.74 लाख मरीज ही हुए अस्पतालों में भर्ती

Ayushman Bharat Yojana Latest News: जांच कराने वालों के नाम मरीजों की संख्या में जोड़ने की वजह से आयुष्मान लाभार्थियों की संख्या बढ़ कर 3.20 करोड़ पहुंच गई कोविड के 8.74 लाख मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हुए जबकि जांच और इलाज पर करीब 3300 करोड़ रुपये खर्च हुए

प्रिति भारद्वाज की रिपोर्ट

Ayushman Bharat Yojana Latest News: आयुष्मान भारत के तहत करीब पौने नौ लाख कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती करके इलाज किया गया जबकि आयुष्मान के कुल मरीजों में उन 42 लाख लोगों को भी शामिल कर लिया गया जिनका सिर्फ कोरोना जांच किया गया था। संभव है इसमें बड़ी संख्या ऐसे लोगों की भी होगी जो जांच में निगेटिव आये होंगे लेकिन इनकी संख्या जोड़ देने से आयुष्मान भारत में लाभ पाने वालों की संख्या में करीब 42 लाख लोगों की बढ़ोतरी दर्ज कर ली गई।

मिली जानकारी के मुताबिक जब देश में कोविड तेजी से अपना पैर फैला रहा था उस समय आयुष्मान लाभार्थियों के इलाज में कोरोना संक्रमण के मरीजों को भी शामिल किया गया। इसके तहत 16 मार्च-2022 तक देश भर में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जय) के तहत आठ लाख 74 हजार कोविड मरीजों को अस्पताल में इलाज करके भर्ती कराया गया। बाकी लोगों की सिर्फ जांच की गई। लेकिन जिन मरीजों की सिर्फ जांच हुई उनकी संख्या को भी आयुष्मान भारत के लाभार्थी मरीजों में शामिल कर लिया गया। इसकी वजह से आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या तीन करोड़ 20 लाख पहुंच गई।

अप्रैल-2020 में सरकार के निर्णय के बाद कोरोना मरीजों के इलाज और जांच पर आयुष्मान भारत के तहत वित्त वर्ष-2020-21 में 1157 करोड़ रुपये से ज्यादा जबकि वर्ष-2021-22 में करीब 2100 करोड़ रुपये खर्च किये गए।

एक अधिकारी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उन्हीं मरीजों को इलाज मिलता है जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। कोरोना के दौरान जब कोविड इलाज को आयुष्मान से जोड़ा गया तो जिनलाभार्थियों की जांच की गई उन्हें मरीज के तौर पर इसलिये शामिल कर लिया गया क्योंकि जांच पर खर्च होने वाली राशि आईटी सिस्टम में लाभार्थी के नाम पर ही जोड़ा जा सकता था।

इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे अधिक राशि खर्च की गई।

राज्य मरीजों की संख्या राशि खर्च

  1. कर्नाटक 191575 858.54
  2. आंध्र प्रदेश 215759 741.89
  3. महाराष्ट्र 180826 416.67
  4. केरल 145054 440.09
  5. तमिलनाडु 33765 393.70
  6. छत्तीसगढ़ 45601 67.52

(नोट : राशि करोड़ में है।)

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