Russia Ukraine War: यूक्रेन में बर्बरता का शिकार हो रहे भारतीय छात्र-छात्राएं, मीडिया को वीडियो शेयर कर बता रहे आपबीती
(यूक्रेनी सैनिकों की बर्बरता का शिकार हो रहे भारतीय छात्र)
Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन में छिड़े युद्ध के बीच तमाम भारतीय छात्र (Indian Students) यूक्रेन में फंसे हैं। इन छात्रों से यूक्रेन की पुलिस बर्बरता पर उतर आई है। रोमानिया बॉर्डर पर भारतीय छात्रों की बुरी तरह पिटाई की जा रही है। इतना ही नहीं विरोध करने पर डंडे भी बरसाए जा रहे हैं। यूक्रेन (Ukraine) में फसीं एक छात्रा ने यूक्रेन पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाला है। हालांकि जनज्वार इस वीडियो की पुष्टी नहीं करता।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात सहित तमाम राज्यों के सैंकड़ो छात्र-छात्रा यूक्रेन में फंसे हैं और वहां से निकलने की जद्दोजहद में जुटे हैं। लेकिन वह अभी तक निकल पाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। रविवार को वेनिप्रो मे फंसी हरिद्वार की छात्रा ने वीडियो शेयर करते हुए बताया कि रोमानिया बॉर्डर पर भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा है, उन्हें लातों से पीटा जा रहा है। वे चुपचाप इस बर्बरता को सहने को मजबूर हैं।
अंहकार और अय्याशी में गुम….
— punya prasun bajpai (@ppbajpai) February 27, 2022
भारत का रेशमी नगर दिल्ली… pic.twitter.com/auzS85gPr1
छात्रा ने दावा किया कि यह छात्र-छात्राएं शनिवार से रोमानिया बॉर्डर के आसपास ही फंसे हुए हैं। खुद छात्रा ने अपनी आपबीती बयां करते हुए बताया कि उनसे तो अभी तक भारतीय दूतावास ने संपर्क नहीं किया है, ऐसे में उन्हें भारत लौटने का कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है। देर शाम एक छात्रा ने बंकर मे पनाह लेने का भी वीडियो शेयर करते हुए वतन वापसी के लिए गुहार लगाई।
वहीं दूसरी तरफ, एक मेडिकल छात्रा ने अपनी आपबीती भी परिजनों को सुनाई है, जिसकी ऑडियो वायरल हो रही है। वायरल ऑडियो में भारत की मेडिकल छात्रा उनके साथ हो रहे जुल्म की दासता बयां करते हुए यूक्रेन पुलिस का बर्बर चेहरा सामने ला रही है। यूक्रेन में फंसे एमबीबीएस छात्रों को लेकर उत्तराखंड में उनके परिजन काफी चिंतित हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के साथ यूक्रेन की पुलिस बर्बरता पर उतर आई है। रोमानिया बॉर्डर पर भारतीय छात्रों की बुरी तरह पिटाई की जा रही है ।यही नहीं विरोध करने पर डंडे भी बरसाए जा रहे हैं। यूक्रेन में फसीं एक छात्रा ने यूक्रेन पुलिस की बर्बरता की वीडियो उपलब्ध कराया है। pic.twitter.com/AbVcZMediD
— Hindustan (@Live_Hindustan) February 27, 2022
यूक्रेन के ईवानों शहर से रोमानिया बॉर्डर पहुंचे भारतीय छात्रों के साथ नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका के छात्रों ने हाथापाई कर आंखों में मिर्च स्प्रे कर दिया। जिससे मची भगदड़ में कई बच्चों के फोन और अन्य सामान छूट जाने से कई छात्राओं के चोटिल होने से परिजन चिंतित हैं।
भारतीय छात्रों के विरोध करने पर नाइजीरिया व दक्षिण अफ्रीका के छात्रों ने उनके साथ हाथापाई की। छात्राओं की आंखों में मिर्च पाउडर स्प्रे का छिड़काव कर दिया। जिससे वहां मची भगदड़ में उसकी एक मित्र का पैर टूट गया। तमन्ना त्यागी समेत कई छात्राओं के मोबाइल फोन व लगेज खो गए हैं। वह किसी सहेली के फोन से कॉल कर रही है।
उसके बाद से बच्चों से संपर्क न होने से परिजन चिंतित हैं। लगातार दिल्ली व देहरादून संपर्क किया जा रहा है। अब कुछ देर पहले तमन्ना के एक साथी ने यूक्रेन से फोन कर बताया कि लड़कियों की तो रोमानिया में सुरक्षित एंट्री हो गई है जबकि छात्रों को अभी तक यूक्रेन बॉर्डर पर ही रोका गया हुआ है। यूक्रेन बॉर्डर पर हुई इस घटना के बाद बच्चों से संपर्क न हो पाने के कारण परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
भाजपा गढ़वाल मंडल प्रभारी प्रदीप त्यागी ने पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट को फोन पर उक्त घटना के बाद यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिजनों की चिंता से अवगत कराते हुए सभी छात्रों की सुरक्षित स्वदेश वापसी सुनिश्चित कराने का निवेदन किया है।
उत्तराखंड के 200 से ज्यादा लोग फंसे
उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे 72 अन्य उत्तराखंडवासियों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी है। अब तक कुल 226 लोगों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी जा चुकी है। यूकेन संकट के बीच प्रदेश सरकार ने हेल्पलाइन जारी करते हुए, युद्धग्रस्त देश में फंसे उत्तराखंडवासियों के परिजनों से उनका विवरण देने को कहा है, ताकि उन्हें यूक्रेन से सुरक्षित वापस लाया जा सके।
यूपी के लखनऊ की एक लड़की ने वीडियो शेयर कर कहा है कि उसे किसी भी तरह की मदद नहीं मिल रही है। वहीं एक अन्य लड़की ने बताया है कि उसने कई बार एंबेसी को फोन किया बावजूद इसके वहां से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। उसने यहां तक आरोप लगाया है कि भारत में चल रही खबरों पर भरोसा न करें, क्योंकि यहां जो हमारे साथ हो रहा है उसकी तस्वीरें सच्चाई से बिलकुल अलग हैं।