स्टूडियो में गुंडागर्दी करने वाले अर्णब गोस्वामी के संवाददाता के साथ सड़क पर हाथापाई
जनज्वार। टीवी न्यूज चैनलों के अंदर टीवी के सेलिब्रिटी एंकरों द्वारा किए जाने वाला दंगल अब न्यूज चैनलों के रिपोर्टरों के बीच आपसी मारपीट व झड़प में तब्दील हो गई है। मुंबई में गुरुवार को दो न्यूज चैनलों के पत्रकार आपस में भीड़ गए और मामला मारपीट तक पहुंच गया। पत्रकारों ने एक दूसरे को गंदी गालियां भी दीं। इस दौरान पुलिस को बीच में हस्तक्षेप कर बचाव करना पड़ा।
मुंबई में रिपब्लिक टीवी के पत्रकार प्रदीप भंडारी की दो साथी पत्रकारों से भिड़ंत हो गई और बात मारपीट तक पहुंच गई। प्रदीप भंडारी ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कि एनडीटीवी एवं एबीवीपी के पत्रकारों ने उनके साथ मारपीट की है। प्रदीप भंडारी ने एनडीटीवी के रिपोर्टर सौरभ गुप्ता पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
देखिए इस वीडियो में NDTV के @MickyGupta84 को और सुनिए भी। कैसे सबको शांत और अलग कर रहा है। भंडारी के झूठे लांछन के भांडाफोड़ के लिए इतना काफ़ी है। https://t.co/0Lst9enoea pic.twitter.com/VC6SyfNYW4
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) September 24, 2020
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकारों के बीच चाय बिस्कुट वाला पत्रकार कहे जाने के बाद झड़प शुरू हुई। यह घटना गुरुवार को 10 बजे सुबह दक्षिण मुंबई के कोलाबा गेस्ट हाउस के बाहर घटी। इस गेस्ट हाउस में एनसीबी की टीम कैंप कर रही है जो सुशांत सिंह मौत मामले में बाॅलीवुड ड्रग नेटवर्क की जांच कर रही है और इस कारण भारतीय टीवी मीडिया में इसे ही लगातार देश की सबसे बड़ी खबर के रूप में दिखाया जा रहा है।
वहीं, इस मामले में घटनास्थल पर मौजूद पुलिस व अन्य के बयानों के अनुसार, झड़प तब शुरू हुई जब रिपब्लिक टीवी के पत्रकार प्रदीप भंडारी ने अन्य पत्रकारों को चाय बिस्कुट खाने वाला गरीब पत्रकार कहा। पुलिस का यह भी कहना है कि उन्होंने डिप्रेशन वाले पत्रकार जैसे शब्द का भी प्रयोग किया। प्रदीप भंडारी दिल्ली बेस्ड पत्रकार हैं लेकिन इन दिनों एनसीबी जांच की खबर को कवर करने के लिए मुंबई में हैं। प्रदीप भंडारी पर मुंबई के लोकल पत्रकारों को अन्य अपशब्द कहने के भी आरोप लगे हैं।
जानते है महाराष्ट्र में सच बोलने की क़ीमत क्या है?
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी) (@pradip103) September 24, 2020
कार्टेल के नामी-गिरामी चेहरे जैसे-जैसे एक्सपोज़ हो रहे है, उनका ग़ुस्सा और बढ़ता जा रहा है।जब पुलिस से भी काम नहीं बना तो आज NDTV और ABP के गुंडे पत्रकारों को मेरे पास हाथपाई करने भेज दिया। लेकिन मैं टूटने वालों में से नहीं हूँ। pic.twitter.com/z2fvH2KkUK
वहीं, एनडीटीवी के पत्रकार सौरभ गुप्ता पर उन्हें गालियां देने व हाथापाई करने का आरोप लगा है। सौरभ गुप्ता व प्रदीप भंडारी ट्विटर के माध्यम से एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं और आरोप भी लगा रहे हैं। भंडारी ने यह भी कहा है कि हमें किस टाइप की पत्रकारिता करनी है इसे कोई और ऐसे कैसे तय कर सकता है।
In the face of serious provocation, abuse and misbehaviour from another channel's representative, the NDTV crew at the spot responded calmly, with no violence or aggression as alleged by Pradeep Bhandhari . The video he himself has tweeted clearly establishes this.
— Saurabh Gupta(Micky) (@MickyGupta84) September 24, 2020
दिलचस्प बात यह कि इस मामले में टीवी पत्रकारों के अलावा दूसरे लोग भी कूद गए हैं और दोनों खेमों की ओर से मोर्चा ले रहे हैं। एनडीटीवी के एंकर संकेत उपाध्याय ने कहा है कि प्रदीप भंडारी को ट्वीट कर कहा है कि सौरभ गुप्ता हर फ्रेम में मामले को सुलझाते दिख रहे हैं और आप जिसके दम पर झूठ का सहारा ले रहे हैं, ये जरूर जान लीजिए कि वीवीआइपी राजाजी के लिए आप महज सिंगल यूज प्लास्टिक हैं। यूज एंड थ्रो। ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा प्रमाण के लिए।
@pradip103 , that's NDTV's @MickyGupta84. Every frame, he is trying to resolve, not incite. वैसे जिसके दम पर आप झूठ का सहारा ले रहे हैं, ये ज़रूर जान लीजिए की VVIP राजाजी के लिए आप महज़ सिंगल यूज प्लास्टिक हैं। यूज एंड थ्रो। ज़्यादा लम्बा इंतेज़ार नहीं करना पड़ेगा प्रमाण के लिए. https://t.co/frRZorV3w3 pic.twitter.com/p35SlTIwgd
— Sanket Upadhyay (@sanket) September 24, 2020
इस पर पर प्रदीप भंडारी ने संकेत को जवाब देते हुए लिखा है कि मैं मधुकर उपाध्याय का बेटा नहीं हूं और नेपोटिज्म के जरिए पत्रकारिता में आया हूं। मालूम हो कि संकेत उपाध्याय मशहूर पत्रकार मधुकर उपाध्याय के बेटे हैं।
Mr @sanket I get you sarcasm but I am not the son of Madhukar Upadhyay neither I have come in this field because of nepotism. A recent attack on me is just a physical manifestation of the abuses I get from the fans of journalists like you.
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी) (@pradip103) September 24, 2020
My fight for truth will continue. https://t.co/cHGVxt0z9L