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उदित राज ने पूछा- तालिबानी महिलाओं का शोषण करें, बुर्का में कैद और ड्रग बेचकर पैसा कमाएं, क्या यही इस्लाम है?

Janjwar Desk
21 Aug 2021 7:02 AM GMT
उदित राज ने पूछा- तालिबानी महिलाओं का शोषण करें, बुर्का में कैद और ड्रग बेचकर पैसा कमाएं, क्या यही इस्लाम है?
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(डॉ. उदित राज बोले- मोदी जी का दुनियाभर में कहां बज रहा डंका)

उदित राज ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में इस्लाम को मानने वाले एक-दूसरे से नफरत और खून-खराबा कर रहे हैं। ऐसा ही हमारी जाति व्यवस्था में हज़ारों साल से होता आ रहा है.....

जनज्वार। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आते ही एक ओर जहां अफगान नागरिक किसी तरह अपने देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर राजधानी काबुल के भारी भीड़ अब भी देखने को मिल रही है। तालिबानी आतंकी लोगों को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग भी कर रहे हैं। भारत, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों के दूतावास बंद हो गए हैं वहीं दूसरी पाकिस्तान, चीन और रूस के दूतावास अभी भी काम कर रहे हैं।

भारत में अफगानिस्तान को लेकर खूब चर्चा हो रही है। पूर्व भाजपा सासंद व कांग्रेस के प्रवक्ता उदित राज ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी का डंका दुनियाभर में कहां बज रहा था, भक्त मीडिया को ही दुनिया समझ बैठे थे। उदित राज ने देश के भीतर जातीय हिंसा का मुद्दा भी उठाया।

डॉ. उदित राज ने ताजा ट्वीट में लिखा, "तालिबानी महिलाओं का शोषण करें, बुर्का में कैद और ड्रग बेचकर पैसा कमाएं, क्या यही इस्लाम है?"

एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, "प्रधानमंत्री जी को कौन डराता है देश जानना चाहता है। चीन घुसा, जुबान पर नाम नहीं आया। तालिबानी कंधार और हेरात स्थित भारतीय दूतावास में ताला तोड़कर घुसे और कागजात - गाड़ी ले गए। देश मोदी जी के साथ है परंतु आवाहन तो करें।"

काबुल में भारतीय दूतावास बंद होने को लेकर उन्होंने कहा, "चीन, रूस, ईरान व पाक के दूतावास काबूल में यथावत चल रहे हैं। मोदी जी का डंका दुनिया में कहां बज रहा था? भक्त मीडिया को दुनिया समझ बैठे थे।"

डॉ. उदित राज ने यह भी कहा कि "अफगानी तालिबान कभी खत्म हो जाएगा। जातीय तालिबान की जड़ें कितनी गहरी हैं। वही जानते हैं जिनके ऊपर गुजरती है। अधिकतर दलित बच्चों के साथ स्कूल में सवर्ण खाते नही, सिद्धू व लावलीना ओलिम्पिक में मेडल के लिए संघर्ष कर रहे थे तो यहां गूगल पर जाति खोजी जा रही थी।"

उदित राज ने देश में जातिवाद को लेकर कहा, "अफगानिस्तान में इस्लाम को मानने वाले एक-दूसरे से नफरत और खून-खराबा कर रहे हैं। ऐसा ही हमारी जाति व्यवस्था में हज़ारों साल से होता आ रहा है।"

इसस पहले उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर भी सवाल उठाया था। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "जी न्यूज़ एंकर जबरदस्ती मुस्लिम प्रवक्ताओं से बुलवा रहा था कि वे तालिबान की निंदा करें। प्रवक्ता ने कहा मोदी जी ने अभी निंदा नहीं की। एक दो मुसलमान के बयान के आधार पर सारे मुसलमान को बदनाम करने का मौका ढूढ़ते हैं? पीएम क्यों खामोश हैं?"


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