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राष्ट्रीय

UP MLC Election: विधान परिषद के लिए सपा के 16 उम्मीदवारों में 14 यादव, क्या यही सामाजिक न्याय है?

Janjwar Desk
17 March 2022 3:49 PM IST
Gyanvapi Mosque Survey : BJP पर बरसे अखिलेश, कहा - चुनाव के लिए मोदी-योगी के पास है हिंदू-मुस्लिम विवादों से जुड़ा पूरा हेट कैलेंडर
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Gyanvapi Mosque Survey : BJP पर बरसे अखिलेश, कहा - चुनाव के लिए मोदी-योगी के पास है हिंदू-मुस्लिम विवादों से जुड़ा पूरा 'हेट कैलेंडर'

विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि देश के दो बड़े यादव नेता अखिलेश राजद के तेजस्वी यादव अपने सामाजिक समीकरण से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जहां एक ओर अखिलेश 16 से 14 उम्मीदवारों को टिकट देने को सामाजिक न्याय का उदाहरण बताते हैं तो वहीं बिहार में दूसरे यादव नेता तेजस्वी यादव एक या दो भूमिहारों को ​​ही टिकट देने को ए टू जेड भूमिहार बताने लगते हैं।

UP MLC Election: समाजवादी पार्टी की ओर से विधान परिषद चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होने के साथ ही इस पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गयी है। हो भी क्यों ना अखिलेश के 16 उम्मीदवारों में से 14 उनकी ही जाति यादव हैं। ऐसे में विरोधियों को उनपर हमला बोलने का मौका मिल गया है। विरोधियों का कहना है कि जब सपा प्रदेश की आबादी की दस प्रतिशत आबादी यादव समाज को किसी चुनाव में 80 से 90 फीसदी सीट थमा देती हैं तो फिर वह कैसे उम्मीद करती है कि दूसरी जातियों के वोटर उनके पक्ष में वोट करें।

सपा के कुछ विरोधियों का कहना है कि देश के दो बड़े यादव नेता अखिलेश राजद के तेजस्वी यादव अपने सामाजिक समीकरण से बाहर नहीं निकल पाते हैं। जहां एक ओर अखिलेश 18 से 14 उम्मीदवारों को टिकट देने को सामाजिक न्याय का उदाहरण बताते हैं तो वहीं बिहार में दूसरे यादव नेता तेजस्वी यादव एक या दो भूमिहारों को ​​ही टिकट देने को ए टू जेड भूमिहार बताने लगते हैं।वहीं यह बात भी दीगर है कि वहां भी हर गैर यादव उम्मीदवर के खिलाफ परोक्ष रूप से एक यादव उम्मीदवार जरूर खड़ा किया गया है। राजद के अधिकांश कार्यकर्ता गैर यादव उम्मीदवरों को पटखनी देने को आतुर दिखते हैं।

ऐसें में सतही तौर पर जो बात समझ में आती है वह तो यही है कि सभी का साथ और सभी जातियों का विकास वाली बात चाहे अखिलेश हों या तेजस्वी इनकी ​​शब्दावली में ही नहीं है। पर फिर भी ये नेता केवल दिखावामात्र से ही दूसरी गैरयादव जातियों का वोट हासिल करने के लिए तमाम तिकड़म करते हुए दिखतीं हैं।



समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से बुधवार को विधान परिषद चुनाव के लिए 16 उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए सिंबल आवंटित कर दिया गया है। इन उम्मीदवारों में वासुदेव यादव, सुनील सिंह साजन, संतोष सिंह सन्नी को एक बार फिर मौका दिया गया है। वासुदेव यादव पूर्व शिक्षा निदेशक हैं। घोषित उम्मीदवारों में सपा ने 14 यादव और एक मुस्लिम पर दांव लगाया है। मंगलवार को भी सपा ने कई नामों को हरी झंडी दी थी, जिसमें देवरिया- कुशीनगर स्थानीय निकाय सीट पर गोरखपुर के चर्चित डॉ. कफील खान को टिकट दिया गया था।

समाजवादी पार्टी ने आगरा-फिरोजाबाद क्षेत्र से दिलीप सिंह यादव, प्रतापगढ़ से विजय बहादुर यादव, पीलीभीत-शाहजहांपुर से अमित यादव, वाराणसी से उमेश कुमार यादव, जौनपुर से मनोज कुमार यादव और खीरी क्षेत्र से अनुराग वर्मा को उम्मीदवार घोषित किया है। इलाहाबाद क्षेत्र से वासुदेव यादव व बाराबंकी क्षेत्र से राजेश कुमार यादव को उम्मीदवार घोषित किया गया है।

गोरखपुर-महराजगंज से रजनीश यादव, झांसी, जालौन, ललितपुर से श्याम सुंदर सिंह यादव को उम्मीदवार घोषित किया गया है। लखनऊ-उन्नाव से सुनील कुमार सिंह यादव साजन, बस्ती-सिद्धार्थनगर से संतोष सिंह यादव सन्नी को टिकट दिया गया है। रायबरेली से वीरेंद्र शंकर सिंह, फैजाबाद-अंबेडकरनगर से हीरालाल यादव, आजमगढ़-मऊ से राकेश कुमार यादव और रामपुर-बरेली से मसकूर अहमद को टिकट दिया गया है।

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