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योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व आइएएस सूर्य प्रताप सिंह पर एक और FIR, ट्रेंड कराया #तानाशाह_योगी
जनज्वार। उत्तरप्रदेश के रिटायर्ड आइएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह पर उत्तरप्रदेश पुलिस ने एक और एफआइआर दर्ज कर ली है। अपनी ईमानदार व बेबाक छवि के कारण चर्चित सूर्य प्रताप सिंह पर यह एफआइआर लखनऊ के हसनगंज थान में आइटी एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज की गई है। इससे पहले भी कोरोना नियंत्रण पर उनके द्वारा सवाल उठाए जाने पर एफआइआर दर्ज की गई है। एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर अपना एक वीडियो पोस्ट कर इसकी कड़ी आलोचना की है और लोगों से समर्थन की मांग की है।
FIR तो बहाना है, इन्हें तो 69 हज़ार शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी को बचाना है,
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 25, 2020
FIR तो बहाना है, इन्हें तो विकास दुबे को मदद करने वाले अधिकारी और जय वाजपेयी को बचाना है
FIR तो बहाना है, #तानाशाह_योगी को अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज़ को दबाना है। https://t.co/bitil0YA6A
सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है कि लोकतंत्र में जनता का सवाल पूछना क्या अपराध है? उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर समर्थन की अपील करते हुए #तानाशाह_योगी ट्रेंड कराने की अपील की है। सूर्य प्रताप सिंह की अपील का असर होता दिख रहा है और विभिन्न क्षेत्रों के लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं। सूर्य प्रताप सिंह के अनुसार, खबर लिखे जाने तक 15 हजार से अधिक लोगों ने इस हैशटैग पर ट्वीट किया है।
सूर्य प्रताप सिंह को चर्चित एक्टिविस्ट व वकील नूतन ठाकुर का समर्थन मिला है। नूतन ठाकुर चर्चित आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पत्नी हैं। नूतन ठाकुर के समर्थन के लिए सूर्य प्रताप सिंह ने उनके प्रति आभार भी जताया है। नूतन ठाकुर ने ट्विटर पर लिखा है कि वे हसनगंज पुलिस थाने में लखनऊ पुलिस के एसआइ द्वारा 66 आइटी एक्ट के तहत दर्ज की गई एफआइआर की तीव्र निंदा करती हैं। उन्होंने कहा है कि एक तो यह धारा इस मामले में लागू नहीं होती है व यह सीधे-सीधे आवाज को दबाने का अनुचित अवैध प्रयास है।
आपका धन्यवाद नूतन जी। इस लड़ाई में हम सब साथ हैं। #तानाशाह_योगी https://t.co/rS5gBXYBY2
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 25, 2020
सूर्य प्रताप सिंह के अनुसार, उनके खिलाफ यह एफआइआर शुक्रवार (25 July 2020) को प्रसीडेंट रूल इन यूपी ट्विटर पर टाॅप ट्रेंड करने के कारण दर्ज की गई है। यह हैशटैग कानपुर के अगवा लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की हत्या के बाद टाॅप ट्रेंड बन गया था। सूर्य प्रताप सिंह ने कहा है कि यह हैशटैग उन्होंने ट्रेंड नहीं कराया, इसे जनता ने ट्रेंड करवाया।
सूर्य प्रताप सिंह ने कल एक पुरानी खबर को टैग करते हुए ट्वीट किया था कि यूपी के गोरखपुर में लगे 15 हजार चीनी बिजली मीटर हटाए जाएंगे। मतलब जो सामान हम पहले से ही खरीद चुके हैं, उसे हटा कर जनता के पैसे से दोबारा मीटर खरीद कर योगी जी चीन का नुकसान करने जा रहे हैं। अब उत्तरप्रदेश में भी किम जोंग का पुतला फूंकने का समय आ रहा है लगता है।
उनके खिलाफ इस ट्वीट को आधार बनाकर एफआइआर दर्ज की गई है। हालांकि सूर्य प्रताप सिंह प्रेसिडेंल रूल इन यूपी के टाॅप ट्रेंड करने पर इसको आधार बनाकर एफआइआर दर्ज करने की बात कह रहे हैं।
कल 'राष्ट्रपति शासन' लगाए जाने की माँग करने का इनाम मुझे मिल गया है। एक पुराने ट्वीट जो मैंने @aajtak में छपी खबर के आधार पर किया था उस पर मेरे खिलाफ एक और मुक़दमा कर दिया गया है। अगर खबर ग़लत है तो @myogiadityanath आज तक और अन्य मीडिया हाउस पर भी मुक़दमा कर दें। https://t.co/SxV2ZosOJA pic.twitter.com/Gz3MYnWiiR
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 25, 2020
सूर्यप्रताप सिंह ने आज फिर ट्वीट किया है कि तानाशाह योगी के राज में उत्तरप्रदेश नाॅर्थ कोरिया बनने की कगार पर है। अगर आप सरकार की हां में हां नहीं मिला सकते तो आपको जीने का अधिकार नहीं है। उन्होंने लिखा है कि आज तानाशाह योगी ने मेरे ऊपर दूसरी एफआइआर की है, कल 10 पर करेंगे, मुझे गिरफ्तार करेंगे, तब तक डराएंगे जब तक मैं चुप न हो जाऊँ। पर अब मुझे लगता है कि हमें क़ानूनी रास्ता लेना होगा। एक बार फिर मैं देश के सभी बड़े वकीलों से अनुरोध करूँगा कि मेरी इस लड़ाई में मेरा साथ दें, सुझाव दें।
उन्होंने कहा कि क्या लोकतंत्र में जनता के सवाल पूछना अपराध है? उन्होंने आज लोगों से अपील की कि वे हैशटैग तानाशाह योगी पर ट्वीट कर उनके प्रति समर्थन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति विरोध जताएं। उनकी असर का अपील भी होता दिख रहा है और इस हैशटैग पर लोग बड़ी संख्या में ट्वीट कर रहे हैं।