Ayodhya : राम मंदिर के लिए 45 दिन में आया 3400 करोड़, कुल चंदा 5500 करोड़, मिड डे मील के कुल बजट का आधा
Ram Mandir Cheques Bounce : राम मंदिर के 100 करोड़ के चेक हुए थे बाउंस, अभी भी 22 करोड़ का नहीं चल पा रहा है पता
Ayodhya : भारतीय समाज में आज भी विकास पर आस्था भारी है। इसका सबसे ताजातरीन उदाहरण उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में राम मंदिर का निर्माण ( Ram Mandir Construction ) है। यूपी के अयोध्या ( Ayodhya ) में निर्माणाधीन राम मंदिर के लिए जमकर चंदा ( Donation ) आ रहा है। पिछले 45 दिनों में राम मंदिर निर्माण के लिए 3400 करोड़ रुपए का चंदा आ चुका है। अबतक कुल 5500 करोड़ रुपए मंदिर निर्माण के लिए जमा हो चुके हैं। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक राम मंदिर के लिए मिला चंदा भारत ( India ) में मिड डे मील ( mid day meal budget ) के एक साल के बजट का आधा है।
दानदाताओं की भक्ति ज्यादा गहरी
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक एकत्र किए गए धन में से 3400 करोड़ रुपए 15 जनवरी से 27 फरवरी 2022 के बीच एक विशेष अभियान के दौरान दान में आये हैं। ट्रस्ट के कार्यालय चलाने वाले आरएसएस के सदस्य प्रकाश गुप्ता ने अयोध्या में संवाददाताओं से कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए लोग तहे दिल से दान दे रहे हैं। दानदाताओं की भक्ति इतनी गहरी है कि उन्होंने तब भी हमारे खातों में पैसा भेजना जारी रखा, जब महामारी ने पूरे देश को ठप कर दिया था।
अस्थायी मंदिर में भक्तों की भीड़ प्रति दिन 10 हजार
आरएसएस के सदस्य प्रकाश गुप्ता ने ये भी बताया कि हमें आजकल अपने कार्यालय में 50 हजार रुपए से 1 लाख रुपए नकद प्राप्त हो रहे हैं। लोग चेक या आरटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम से भी दान करते हैं। अस्थायी मंदिर में भक्तों की भीड़ प्रति दिन 5,000 से बढ़कर 10,000 हो गई है।
राम मंदिर निर्माण ( Ram Mandir ) के लिए दान देने के अलावा भक्त पूजा के लिए अस्थायी मंदिर में 40 लाख रुपए से 50 लाख रुपए प्रति माह की राशि भी दे रहे हैं। पूर्व में तत्कालीन विवादित स्थल पर बने मूल अस्थायी मंदिर में यह आंकड़ा 10 लाख से 12 लाख रुपए हुआ करता था।
प्रकाश गुप्ता ने कहा कि अभी तक कुल कितनी राशि जमा हुई इसकी जानकारी ऑडिट के बाद ही सामने आ पाएगी। इस बात का खुलासा जल्द ही होने की उम्मीद है। राशि इतनी है कि आराम से भव्य मंदिर ( Ram Mandir ) बन जाएगा। ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर पूरी तरह से जनता के चंदे से बनाया जा रहा है। यह अनुमान है कि मंदिर के निर्माण में 1,100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बाकी धन तीर्थयात्रियों के लिए आवास, एक संग्रहालय और एक सम्मेलन हॉल बनाने में खर्च किया जाएगा।
यहां पर यह जानना जरूरी है कि भारत सरकार ने बजट 2022-23 में स्कूलों में चलाए जाने वाले मीड डे मिल ( mid day meal ) कार्यक्रम में केंद्र के योगदान (60 प्रतिशत) के रूप में 10,234 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इस हिसाब से देखा जाएगा तो कुल दान की राशि इस योजना के बजट की आधी है। यानि विकास पर आस्था भारी है