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उत्तर प्रदेश

Chandauli News: योगी की पुलिस हत्या पर उतारू? कन्हैया यादव के घर में घुसकर बेटियों के साथ की बर्बरता, जानिए कैसे हुई निशा यादव की मौत!

Janjwar Desk
2 May 2022 2:29 PM GMT
Chandauli News: योगी की पुलिस हत्या पर उतारू? कन्हैया यादव के घर में घुसकर बेटियों के साथ की बर्बरता, जानिए कैसे हुई निशा यादव की मौत!
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Chandauli News: योगी की पुलिस हत्या पर उतारू? कन्हैया यादव के घर में घुसकर बेटियों के साथ की बर्बरता, जानिए कैसे हुई निशा यादव की मौत!

Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का मनराजपुर गांव में मरघटी सन्नाटा और खामोशी है। खामोशी तब टूटती है जब पुलिस छावनी में तब्दील इस गांव में खाकी वर्दी कदमताल करती है।

उपेंद्र प्रताप की रिपोर्ट

Chandauli News: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का मनराजपुर गांव में मरघटी सन्नाटा और खामोशी है। खामोशी तब टूटती है जब पुलिस छावनी में तब्दील इस गांव में खाकी वर्दी कदमताल करती है। इस गांव में तभी से खाकी वर्दी वाले जवान तैनात है जब से चंदौली जिले के मलाईदार थाना सैयदराजा के इंस्पेक्टर यूपी सिंह ने पुलिस रोजनामचे में घोषित अपराधी कन्हैया यादव के घर में घुसकर उसकी दो बेटियों की न सिर्फ निर्मम पिटाई की, बल्कि एक को तो मौत के घाट ही उतार दिया। समूचा सैयदराजा इलाका जब घटना के विरोध में उतर आया तो पुलिस अफसरों को बैकफुट पर आना पड़ा और इंस्पेक्टर यूपी सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी।

क्योंकि कन्हैया सपा नेता था

बालू की ठेकेदारी करने वाला कन्हैया यादव सपा का सक्रिय कार्यकर्ता रहा है। आरोप है कि रंजिशन इसे तमाम मामलों में फंसाया गया। पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोली और बाद में उसके खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई कर दी गई। कन्हैया यादव के घर पर पुलिस आए दिन दबिश देती रही है। दबिश के बहाने पुलिस आए दिन कन्हैया के घर पर धमक जाती थी और मारपीट व गाली-गलौज कर लौट जाती थी। 30 अप्रैल की शाम कन्हैया के बड़े बेटे को अकारण पकड़ लिया और अवैध तरीके से हवालात में रखा। उसका छोटा भाई थाने के चक्कर लगाता रहा। इसी बीच इंस्पेक्टर यूपी सिंह हमराहियों का साथ हमराजपुर पहुंचा और बंदूक की बटों से दरवाजे को तोड़ा। अंदर घुसा और कन्हैया की बेटियों निशा यादव उर्फ गुड़िया (22) और गुंजा (18) के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। विरोध करने पर इंस्पेक्टर ने लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। निशा की मौत हो गई और गुंजा फिलहाल गुंजा जीवन और मौत से जूझ रही है। उसे होश आता है, उसकी आंखें बड़ी बहन को तलाशने लगती हैं। फिलहाल वह एक अस्पताल में जीवन और मौत से लड़ रही है। उसकी हालत काफी गंभीर बनी हुई है।

गुंजा के पिता कन्हैया यादव का आरोप है कि पुलिस इस बात से वाकिफ थी कि घर पर घर पर सिर्फ दो जवान लड़कियां ही होंगी। पुलिस मौके पर पहुंची और उन पर जुल्म ढाना शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर की नीयत ठीक नहीं थी। दोनों बेटियों ने उसका विरोध किया तो इंस्पेक्टर यूपी सिंह बेकाबू हो गया और दोनों लड़कियों पर लाठियों से हमला शुरू कर दिया। इस्पेक्टर को लाठी चलाते देख उसके हमराहियों ने भी मारपीट शुरू कर दी। पुलिस का नंगा नाच करीब आधे घंटे तक चला और दोनों लड़कियों को दौड़ा-दौड़ाकर बेरहमी से पीटा गया। दोनों को तब तक लाठियों से पीटा जाता रहा जब तक वह बेसुध होकर जमीन पर नहीं गिर गईं।

मौके पर विधायक प्रभुनारायण सिंह और पूर्व सांसद रामकिशन यादव

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों लड़कियां बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़ी थीं और पुलिस लगातार डंडे बरसाए जा रही थी। बीच-बीच में पुलिस वाले दोनों लड़कियों की नब्ज भी टटोल रहे थे कि वो जिंदा हैं या फिर उनकी मौत हो गई है। सैयदराजा के इंस्पेक्टर यूपी सिंह के होश तब उड़ गए जब निशा मरणासन्न हालत में पहुंच गई। कुछ ही देर में उनकी धड़कन भी बंद हो गई। कुछ देर बाद पुलिस वालों ने दोनों लड़कियों के ऊपर पानी छिड़का। तब गुंजा तो होश में आ गई, लेकिन तब तक निशा के प्राण पखेरू हो चुके थे। यह देखते ही पुलिस निशा को साड़ी के फंदे पर लटाकाया और फरार हो गई।

होश आने पर निशा की बहन गुंजा बताती है, "पुलिस की पिटाई से जब मेरी बहन मर गई तो इंस्पेक्टर यूपी सिंह उसकी लाश को घसीटते हुए छत पर ले गया। उसने हमराहियों से घर में रखी मेरी मां की साड़ी और कुर्सी मंगवाई। घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को फंदे से लटका दिया। फिर पुलिस वाले भाग निकले। बहन को फंदे से लटकाते हम बेहोश हो गए।"

कन्हैया के घर में सब कुछ अस्त-व्यस्त है। पुलिस ने कुर्सियां तोड़ रखी है और घर का सामन भी। हर तरफ सन्नाटा पसरा है। मनराजपुर गांव पुलिस छावनी में बदल गया है। पुलिस गांव में आने वाले हर किसी को रोक लेती है और पूछताछ करती है। कन्हैया के घर की फोटो लेने पर भी पुलिस डंडा फटकारने लगती है। कन्हैया यादव के पड़ोसी दीपक यादव जनज्वार से कहते हैं, "गुंजा के चीखने चिल्लाने पह गांव के लोग मौके पर पहुंचे। स्थिति देख सभी सन्न रह गए। सभी को पता चल गया कि पुलिस ने निशा का कत्ल कर दिया है। यह बात इलाके भर में फैल गई। कुछ ही देर में आसपास के कई गांवों के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए।

मनराजपुर में मौके पर मुआयना करने पहुंचे पैथर दस्ते को ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। उग्र ग्रामीणों ने दोनों सिपाहियों को दौड़ा लिया, जिसमें एक तो भाग निकला, लेकिन दूसरे छविनाथ गौतम की लोगों ने जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने इस दौरान एक ट्रक और प्राइवेट एंबुलेंस के शीशे तोड़ डाले। गांव की जवान बेटी की बेरहमी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतारे जाने से ग्रामीण काफी गुस्से में थे।

ग्रामीणों ने लगाया जाम

आरोपी इंस्पेक्टर यूपी सिंह और उसके हमराही सिपाहियों पर हत्या का मामला दर्ज करने और सभी को निलंबित करने की मांग को लेकर हजारों ग्रामीणों ने सैयदराजा-जमानिया मार्ग को ट्रैक्टर लगाकर जाम कर दिया। मनराजपुर गांव में आरोपित कन्हैया यादव की बेटियों के साथ बर्बरता और निशा की मौत से बौखलाए ग्रामीणों ने जब चक्का जाम किया तो देर रात आईजी के सत्यनारायण और कमिश्नर दीपक अग्रवाल भी पहुंचे और पीड़ित के परिजनों से घटना की जानकारी ली। उन्होंने जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।

विरोध प्रदर्शन करते ग्रामीण और परिजन

पुलिस अफसर उग्र ग्रामीणों को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन ग्रामीण कातिल पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर डटे रहे। इसी बीच सकलडीहा के मौजूदा विधायक प्रभुनरायण सिंह और पूर्व सांसद राम किसुन यादव, सपा नेता सुधाकर कुशवाहा, बलिरामयादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ मनराजपुर पहुंच गए।

मौके पर मौजूद निशा के भाई ने पुलिस पर अपनी बहनों के साथ मारपीट के अलावा निशा के साथ छेड़छाड़ और रेप का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे पूर्व सांसद राम किशुन यादव ने जनज्वार से कहा, "पुलिस ने कन्हैया की बेटियों को अकेला पाकर पहले जोर-जबर्दस्ती करने की कोशिश की। विरोध करने पर दोनों को बर्बर तरीके से पीटना शुरू कर दिया। बाद पुलिस ने हत्या को आत्महत्या में बदलने के लिए सीन क्रिएट किया। सच यह है कि पुलिस ने पहले कन्हैया को जबरिया अपराधी बनाया। फिर जिला बदर किया और बाद में उसकी बेटी को मौत के घाट उतार दिया। कन्हैया बालू का कारोबारी रहा है। चुनावी रंजिश में विरोधियों ने सैयदराजा पुलिस के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा और तमाम फर्जी मुकदमें गढ़कर उन्हें जिलाबदर कराया। पहले भी दबिश के दौरान इंस्पेक्टर यूपी सिंह की कन्हैया की बेटियों के साथ बदसलूकी किया करता था।"

चंदौली में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष बलिराम सिंह भी आरोप लगाते हैं, "सैयदराजा इंस्पेक्टर लड़कियों की अस्मत लूटने पहुंचा था। उसे मालूम था कन्हैया की बेटियों के अलावा घर में कोई नहीं है। पुलिस ने एक दिन पहले जब कन्हैया यादव के बड़े बेटे को उठा लिया था। मौका पाकर इंस्पेक्टर यूपी सिंह लड़कियों की इज्जत लूटने के लिए मनराजपुर पहुंचा था। मामला बिगड़ते देख इंस्पेक्टर ने अपने हमराहियों को घर के अंदर बुलाया और दोनों लड़कियों पर लाठियां तोड़नी शुरू कर दी।

एसपी ने इंस्पेक्टर को किया निलंबित

ग्रामीण बाशिंदों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद चंदौली के एसपी अंकुर अग्रवाल ने परिजनों से तहरीर ली, जिसके आधार पर सैयदराजा के इंस्पेक्टर यूपी सिंह पर धारा 304 के तहत मुकदमा कराया। डीएम संजीव सिंह कहते हैं कि इंस्पेक्टर और सभी हमराहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। घटना की जांच बड़े पुलिस अफसर से कराई जा रही है।

एसपी अंकुर अग्रवाल अभी भी इसे हत्या नहीं, बल्कि आत्महत्या का मामला मानते हैं। वह कहते हैं, "सैयदराजा थाना क्षेत्र का एक वीडियो शाम छह बजे के आसपास वायरल हुआ जिसमें एक महिला का मृत्यु होना बताया जा रहा है। इंस्पेक्टर द्वारा बताया गया कि चार बजे दबिश देने के लिए महिला पुलिस के साथ गए थे। उसकी इंट्री और वीडियो भी है। खोजबीन में जब कन्हैया नहीं मिला तो पुलिस आगे चली गई। इसके बाद वीडियो वायरल हो गया। इस मामले में जांच बैठाई गई है। पुलिस की लापरवाही मिली तो कार्रवाई होगी। प्रथम दृष्टया यह लग रहा कि महिला की मौत घर के किसी कारण से या फिर सुसाइड करने से हुई है।"

डीआईजी के. सत्य नारायण कहते हैं, "सैयदराजा इंस्पेक्टर यूपी सिंह को निलंबित कर दिया गया है। मृतक गुड़िया के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई होगी। कन्हैया यादव गैंगेस्टर का आरोपी है। गांव में स्थिति पूरी तरह पुलिस के नियंत्रण में है। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।"

पुलिस की बर्बर पिटाई की शिकार निशा के पिता कन्हैया यादव ने सैयदराजा इंस्पेक्टर पर अपनी बेटी निशा की हत्या का आरोप लगाते कहते हैं कि जब घर में कोई पुरुष सदस्य नहीं था तो पुलिस इंस्पेक्टर अंदर क्यों और किसलिए घुस गए? इंस्पेक्टर और उनके हमराही पुलिसकर्मियों ने मेरी दोनों बेटियों को इतना मारा-पीटा कि एक की मौत हो गई। इस बीच समाजवादी पार्टी के ट्वीटर से युवती का वीडियो पोस्ट किया गया है, "यूपी में पुलिस हत्यारी बन चुकी है। निरंतर निर्दोष नागरिकों की बीजेपी सरकार द्वारा प्रायोजित हत्या हो रही है। चंदौली में घर में घुसकर पुलिसकर्मियों द्वारा दो बेटियों की बर्बर पिटाई में एक बेटी की मृत्यु, अत्यंत दुखद। दोषी पुलिसकर्मियों पर हो हत्या का केस, मिले कठोरतम सजा।"

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