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उत्तर प्रदेश

Gorakhnath Temple Attack : ATS का बड़ा दावा, इन बातों से परेशान मुर्तजा ने गोरखनाथ मंदिर में किया हमला

Janjwar Desk
7 April 2022 9:02 AM GMT
Gorakhpur Temple Attack : गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपित मुर्तजा की पुलिस रिमांड 16 अप्रैल तक बढ़ी, पैरवी करने नहीं पहुंचा कोई वकील
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Gorakhpur Temple Attack : गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपित मुर्तजा की पुलिस रिमांड 16 अप्रैल तक बढ़ी, पैरवी करने नहीं पहुंचा कोई वकील

Gorakhnath Temple Attack : मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। CAA-NRC भी गलत है। कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है।

Gorakhnath Temple Attack : उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर पर हमले को लेकर आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 7 अप्रैल यानि गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है। इस मामले की जांच में जुटी एटीएस को मुर्तजा ने बताया कि वो मुसलमानों के खिलाफ सरकार की नीतियों की वजह से बहुत परेशान था। खासकर सीएए-एनआरसी ( CAA-NRC ) को लेकर मैं गुस्से में था। उसी गुस्से में पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया।

लखनऊ में पूछताछ के दौरान अहमद मुर्तजा अब्बासी ( Ahmed Murtaza Abbasi ) ने एटीएस ( ATS ) को बताया कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। सीएए-एनआरसी ( CAA-NRC) भी गलत है। कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है। इन बातों को लेकर कई महीनों से गुस्से में था। इसी गुस्से में आपा खोने के बाद पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।

जो सोचकर हमला किया वैसा हुआ नहीं

गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तजा एटीएस को बताया कि हमले के लिए टैंपो हायर किया। टेंपों वाले से कहा गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना। वहीं पर पुलिस है वहां उसी पर हम हमला कर देंगे, फिर चले जाएंगे। हमला करते ही मेरा काम तमाम हो जाएगा, पर वैसा नहीं हुआ। उसने कहा कि घटना के समय मैं बहुत से एंगल से सोच रहा था। एटीएस के अधिकारियों द्वारा सीएए-एनआरसी का जिक्र करते ही मुर्तजा ने कहा कि मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था, कोई काम करने के पहले आदमी उसके बारे में सोचता है, मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है तो हमने सोचा अब कर ही दो भाई, नेपाल में भी नहीं सो पाए थे।

चाय पीना पसंद है

बुधवार को मुर्तजा से लखनऊ में एटीएस ने पूछताछ की थी। मुर्तुजा अब्बासी बुधवार को लगभग दस बजे एटीएस के मुख्यालय पहुंचा था। एटीएस मुख्यालय पहुंचने पर खाने-पीने के बारे में पूछा गया तो अहमद मुर्तज़ा ने चाय मंगवाई और एटीएस कैंटीन से उसके लिए दाल चावल मंगवा कर दिए गए। इससे पहले गोरखपुर में हुई शुरुआती पूछताछ और लखनऊ में हो रही पूछताछ में अहमद मुर्तजा थोड़ा परेशान दिखा था।गोरखपुर में हुई पूछताछ में उसने खुद को मानसिक बीमार बताने की भी कोशिश की थी। एटीएस लखनऊ मुख्यालय में हो रही पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग होने की वजह से उसे इस बात का अंदाजा था कि उसके बोले हर शब्द और हर हरकत को अब कानूनी रूप दिया जाएगा।

अब्बासी नर्सिंग होम पर 2 लोगों के पहुंचने पर घबरा गया

गोरखनाथ मंदिर हमले के आरोपी ने बताया कि 2 अप्रैल को जब 2 लोग उसके बारे में जानकारी लेने के लिए चाचा अहमद अब्बासी के नर्सिंग होम पहुंचे थे, तब वह घर पर ही था। जैसे ही इस बात की जानकारी मिली कि 2 लोग उसके बारे में जानकारी ले रहे हैं। 36 लाख रुपए के लोन की बात कर रहे हैं तो मुझे समझ नहीं आ रहा था कौन लोग हैं और कौन से लोन पर कोर्ट का समन लेकर आए हैं? उन दो लोगों के वापस चले जाने के बाद अब्बासी नर्सिंग होम के सीसीटीवी में उनकी तस्वीरें देखी गई। कद काठी देखी गई। इस बात का अंदाजा लगाया गया कि वो लोग पुलिस वाले हैं या बैंक के लोग हो सकते हैं। इस बात की जानकारी मिलने के बाद मैं घबरा गया था।

अब्बू का बैग उठाया और सिद्धार्थनगर की बस में बैठ गया

घबराहट में ही मैंने अब्बू का बैग उठाया और उसमें अपना लैपटॉप रखा। मां से बोला कि पता नहीं क्यों पुलिस मुझे तलाश कर रही है। मैं जा रहा हूं। मां ने भी बेटे की घबराहट को देखकर यह नहीं पूछा कि आखिर वह पुलिस से इतना डर क्यों रहा है और उसने कुछ रुपए भी अब्बासी को दिए थे। उसके बाद मैं देर रात सिद्धार्थनगर के नौगढ़ पहुंचा। नौगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक मस्जिद में रात गुजारी। सुबह उसी मस्जिद में नमाज पढ़ी और फिर वहां से नेपाल चला गया।

नेपाल बॉर्डर पर खरीदा बांके और चाकू

भारत नेपाल बॉर्डर पर स्थानीय दुकान से 2 बांके और चाकू खरीदे थे। रविवार का पूरा दिन सिद्धार्थनगर में गुजारने के बाद दोपहर बाद वह वापस गोरखपुर बस से पहुंचा। यहां से वह सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचा और मंदिर के गेट पर ही पीएसी के जवान अनिल पासवान और गोविंद गौड़ पर हमला बोल दिया।

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