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Lucknow News today: स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव समेत 5 अरेस्ट, इस गंभीर आरोप हुई हुई गिरफ़्तारी
Lucknow News today: स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव समेत 5 अरेस्ट, इस गंभीर आरोप हुई हुई गिरफ़्तारी
Lucknow News today 21 october 22: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) से ठीक पहले भाजपा (BJP) को छोड़कर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के निजी सचिव को अरेस्ट किया गया है। उनके अलावा यूपी एसटीएफ (UP STF) ने चार अन्य आरोपियों को भी अरेस्ट किया है। इन सभी पर गिरोह चलाने का आरोप है, जो कि बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी का झांसा (Job Hoax) देकर करोड़ों रुपये की ठगी करते थे।
एसटीएफ इस मामले में आगे भी खुलासे कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी एसटीएफ ने पूर्व मंत्री और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव अरमान खान को आज लखनऊ के पीजी कॉलेज के पास से साथियों समेत गिरफ्तार किया है। अरमान खान और उसके साथियों पर बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का आरोप है। एसटीएफ ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उसमें अरमान खान के अलावा असगर अली, मोहम्मद फैजी, विशाल गुप्ता और अमित राव का नाम बताया गया है। आरोपियों के पास से 7 मोबाइल फोन, 57 हस्ताक्षरयुक्त चेक बरामद हुए हैं।
इसके अलावा, एसटीएफ ने फर्जी आईकार्ड, 22 नियुक्त पत्र और विभिन्न पदों के लिए 14 व्यक्तियों के शैक्षिक प्रमाण पत्र, एक्सयूवी 700 और बिना हस्ताक्षर किए हुए दो सचिवालय पास बरामद किए हैं। एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी अरमान खान पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी सचिव रहा है। अरमान को श्रम विभाग की तरफ से वेतन रिलीज किया जाता था। वह विभिन्न छात्रों को मंत्री से मिलवाता रहता था। इस संगठित अपराध में अरमान खान का मुख्य साथी असगर अली था। मामले में आगे की जांच से और भी कई खुलासे हो सकते हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त असगर जनपद देवरिया का रहने वाला है। वह आउट सोर्सिंग पर कई विभागों में कार्य कर चुका है। इसी के साथ सरकारी पत्र एवं विभागों की जानकारी रखता है। सचिवालय में अरमान के माध्यम से इसकी आसानी से पहुंच थी। टीम को इसके पास से विभिन्न तिथियों के वाहन प्रवेश प्राप्त हुए है। लडकों को अपने साथी जामिल के माध्यम से इसी के द्वारा फंसाया जाता था। गोखरपुर, आजमगढ, सुल्तानपुर, इलाहाबाद आदि स्थानों से लडके इसे मिलते थे।
फर्जी वेबसाइट पर होता था परीक्षाफल प्रदर्शित
विशाल गुप्ता अपने आप को अभ्यर्थियों के समक्ष विभिन्न मंत्री एवं विभागों के टच में रहना प्रस्तुत करता था एवं सरकारी विभागों के नियुक्ति एवं रिक्ती का मास्टर माइंड था। बहुत दिनों से यह इस कार्य में लिप्त है। इसका एक साथी स्वप्निल जो पूर्व मे जेल जा चुका है। उससे मिलकर रेलवे की फर्जी वेबसाइट पर अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन व परीक्षाफल प्रदर्शित करवाता था। जिससे आसानी से लड़के विश्वास कर जाते व मनचाही धनराशि उनसे वसूलता था। इससे बहुत से विभागों के नियुक्ति पत्र व ब्लैंक चेक प्राप्त हुए है।