- Home
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- यूपी पुलिस की हिरासत...
यूपी पुलिस की हिरासत में महाराष्ट्र के मंत्री, मुख्यमंत्री को बताया 'एक कायर योगी'
आजमगढ़। महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को आजमगढ़ जिले की सीमा पर हिरासत में ले लिया, वह कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए जा रहे थे। यूपीसीसी प्रमुख अजय कुमार लल्लू, जो कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने जा रहे थे, उन्हें एक दिन पहले ही हिरासत में लिया गया था, वह दलित सरपंच सत्यमेव जयते के परिजनों से मिलने जा रहे थे, जिनकी पिछले शुक्रवार 14 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति अनुसूचित जाति के अध्यक्ष राउत को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए निर्धारित किया गया था। राउत ने इस घटना को 'भीषण' बताया है और उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था और दलितों पर बढ़ते हमलों पर चिंता जताई है।
वहीं कांग्रेस राज्य सभा सांसद पी.एल पुनिया को भी प्रतिनिधिमंडल में हिस्सा लेना था, उन्हें भी सर्किट हाउस में हिरासत में लिया गया और बंसगांव जाने से रोक दिया गया, जहां मृतक सरपंच रहते थे।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नितिन राउत ने उपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'मैं अभी बनारस एयरपोर्ट से आज़मगढ़ बांसगांव के लिए निकला हूँ जहां एक दलित प्रधान की हत्या कर दी गई। यहां हालात गंभीर हैं किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है। हम बाबा साहब अम्बेडकर और राजीव गांधी जी के सपने की हत्या नही होने देंगे'।
मैं अभी बनारस एयरपोर्ट से आज़मगढ़ बांसगांव के लिए निकला हूँ जहां एक दलित प्रधान की हत्या कर दी गई। यहां हालात गंभीर हैं किसी भी वक्त गिरफ्तारी हो सकती है।
— Dr. Nitin Raut (@NitinRaut_INC) August 20, 2020
हम बाबा साहब अम्बेडकर और राजीव गांधी जी के सपने की हत्या नही होने देंगे। pic.twitter.com/zjH88L8Un3
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को 'एक कायर योगी' बताया और कहा कि हमें उम्मीद नहीं थी कि योगी आदित्यानथ सरकार इस तरह मेहमान नवाजी करेगी।
A Coward Yogi!
— Dr. Nitin Raut (@NitinRaut_INC) August 20, 2020
I am neither emotionally charged nor my morale is dented due to undemocratic treatment meted out to me and my party colleagues by UP police. To be candid, we never expected Yogi Adityanath government to be hospitable. pic.twitter.com/A6tQRXxR4T