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Pilibhit News : पीलीभीत में समाजवादी पार्टी ने बीसलपुर से दिव्या को मैदान में उतारा, फूल बाबू के पाला बदलने की अटकलों पर विराम
Pilibhit News : पीलीभीत में समाजवादी पार्टी ने बीसलपुर से दिव्या को मैदान में उतारा, फूल बाबू के पाला बदलने की अटकलों पर विराम
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News: समाजवादी पार्टी (Smajwadi Party) ने मंगलवार को प्रत्याशियों की जारी एक और सूची में उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत में चार विधानसभा सीटों में से बीसलपुर सीट (Bisalpur Constituency) पर भी प्रत्याशी उतार दिया है। सपा हाईकमान ने हाल ही में बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुई पूर्व सांसद डॉ. परशुराम गंगवार की बेटी दिव्या गंगवार (Divya Gangwar) को प्रत्याशी घोषित किया है। इसी के साथ बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू के समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलों पर विराम लग गया।
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को जनपद की चार विधानसभा सीटों में से शहर से नामचीन सर्जन डॉ. शैलेंद्र सिंह गंगवार, बरखेड़ा से पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा, पूरनपुर से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आरती देवी के नाम की घोषणा कर दी थी। चौथी विधानसभा सीट बीसलपुर को होल्ड पर रखे जाने से सियासी माहौल गरमा गया था और सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से फैल गई कि बीसलपुर के पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री कद्दावर बसपा नेता अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में हैं। बीसलपुर सीट पर समाजवादी पार्टी चौंकाने वाला फैसला लेने जा रही है।
हालांकि मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस खबर का बीसलपुर से बसपा प्रत्याशी अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू ने मीडिया के समक्ष खंडन कर दिया और इसे विरोधियों की साजिश करार दिया। फूल बाबू ने दो टूक कहा कि बसपा ने उनको बहुत कुछ दिया है। वह बसपा में है और बसपा से ही चुनाव लड़ेंगे। वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। उनके सपा में जाने की महज अफवाह है। दुष्प्रचार किया जा रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ जो उनका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, वह सपा-बसपा गठबंधन के दौरान का है।
समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को देर शाम प्रत्याशियों की एक और सूची जारी करते हुए बीसलपुर सीट से दिव्या गंगवार को मैदान में उतारकर फूल बाबू के सपा में आने की तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया। इस सीट पर भाजपा के बागी रत्नेश गंगवार भी सपा के संपर्क में आकर टिकट की जुगत में लगे हुए थे।
दिव्या का दूसरा विधानसभा चुनाव
भारतीय जनता पार्टी के सांसद रह चुके डॉ. परशुराम गंगवार की बेटी दिव्या गंगवार का यह दूसरा चुनाव है। वर्ष 2017 में वह बहुजन समाज पार्टी बीसलपुर सीट से चुनाव लड़ी थीं। दिव्या तब 45,338 मत पाकर तीसरे स्थान पर रही थीं।
बीसलपुर में कभी नहीं खुला सपा का खाता
बीसलपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी को आज तक कामयाबी नहीं मिली है। वर्ष 2012 में जब अखिलेश यादव की पूरे प्रदेश में लहर थी, तब भी पीलीभीत की 4 विधानसभा सीटों में से सपा को सिर्फ शहर बरखेड़ा और पूरनपुर में ही कामयाबी मिली थी। उस समय भी पूर्व मंत्री रामसरन वर्मा ने चुनाव जीतकर बीसलपुर सीट भाजपा की झोली में डाल दी थी। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी बीसलपुर सीट पर चुनाव नहीं लड़ी थी और गठबंधन के चलते बीसलपुर सीट कांग्रेस को दे दी गई थी, तब कांग्रेस ने इस सीट पर बसपा छोड़कर आए अनीस अहमद खां उर्फ फूल बाबू को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि फूल बाबू चुनाव हार गए थे।
चार बार बीजेपी और तीन बार बीएसपी का कब्जा
बीसलपुर विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की राजनैतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी। इस बार बीसलपुर विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है। बीसलपुर विधानसभा सीट पर 2017 में कुल 46.43 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से राम सरन वर्मा ने भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अनीस अहमद खान उर्फ फूलबाबू को 40996 वोटों के अंतर से हराया था। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी का चार बार और बहुजन समाज पार्टी का तीन बार कब्जा रहा है।