UP : मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी पर मंडराया जेल जाने का खतरा, शस्त्र लाइसेंस मामले में हैं उन पर गंभीर आरोप
UP : मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की जमानत याचिका खारिज, मंडराया जेल जाने का खतरा
UP : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में बाहुबली से राजनेता बने मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari ) एक के बाद एक नये मुसीबतों में घिरते जा रहे हैं। अब उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी ( Abbas Ansari ) पर भी जेल जाने का खतरा मंडराने लगा है। दरअसल, मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी की जमानत याचिका एमपीएमएलए ( MPMLA Xourt ) की विशेष सत्र अदालत ने खारिज कर दिया है। अब्बास अंसारी पर 2012 में लखनऊ से जारी शस्त्र लाइसेंस बगैर सूचना दिए दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराने का आरोप है।
एमपीएमएलए कोर्ट के स्पेशल जज हरबंस नारायण ने अपने आदेश में कहा है कि अब्बास अंसारी ( Abbas ansari ) के खिलाफ पहले से ही अपराधिक मामले दर्ज हैं। शस्त्र लाइसेंस मामले में गिरफ्तारी वारंट भी बीती 14 जुलाई को जारी किया जा चुका है जिसके चलते अर्जी स्वीकार नहीं की जा सकती और अग्रिम जमानत ( anticipatory bail ) खारिज की जाती है।
इससे पहले 12 अक्टूबर, 2019 को लखनऊ के महानगर थाने में अब्बास अंसारी ( Abbas ansari ) के खिलाफ पुलिस की ओर से एफआईआर ( FIR ) दर्ज की गई थी। जांच-पड़ताल के दौरान अब्बास अंसारी के पास से रिवॉल्वर, गन राइफल में मैगजीन और कारतूस बरामद किए थे जिसके बाद महानगर पुलिस ने थाने में 467, 468, 471, 420 और आर्म्स एक्ट की धारा 30 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया था।
यूपी से फर्जी तरीके से असलहा दिल्ली ट्रांसफर कराने के मामले में अब्बास अंसारी ( Abbas ansari ) के खिलाफ लखनऊ की एक कोर्ट ने गैर जमानती वारंट ( NBA ) भी जारी किया था। उसके बाद से लखनऊ से कई टीमें बनाकर पुलिस अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के लिए प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी कर रही है।
चुनाव के दौरान कही थी विरोधियों को खूंटे से बांधने की बात
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान अब्बास अंसारी ( Abbas ansari ) ने अपने भाषण में कहा था कि मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) जी से कह कर आया हूं कि 06 महीने तक किसी की ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी। जो जहां है वहीं रहने वाला है। पहले हिसाब-किताब होगा। उसके बाद उनके जाने पर मुहर लगाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा था कि हम बाहुबली हैं। हमें इससे कोई गुरेज नहीं है। मेरे नौजवान साथियों की तरफ कुछ बैल सींग निकाल कर खड़े हैं। समय आने दीजिए खूंटे में यहीं नहीं बांध दिया तो कहिएगा।