Uttarakhand News : उम्मीदवार हुआ कैच तो बसपाई बताने लगे नो बॉल, BSP का घोषित प्रत्याशी चला गया कांग्रेस में
(उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए घोषित BSP प्रत्याशी कांग्रेस में शामिल हो गया है)
सलीम मलिक की रिपोर्ट
Uttarakhand News : क्या हो अगर बाउंड्री लाइन पर खड़ा प्लेयर अपनी मेहनत से किसी खिलाड़ी का कैच लपकने में सफल हो जाये, और दूसरी टीम से 'नो बॉल-नो बॉल' का शोर उठने लगे ? और अगर खेल के मैदान से हटकर ऐसा कुछ खेल राजनीति के मैदान (Political Field) में होने लगे तो फिर कहने ही क्या !
ऐसा ही कुछ शोर आजकल रामनगर विधानसभा (Ramnagar Assembly seat) में बसपा कार्यकर्ताओं का सुनाई दे रहा है जब उनके प्रत्याशी द्वारा कांग्रेस का दामन थाम लेने की हास्यापद स्थिति से उन्हें गुजरना पड़ रहा है।
दरअसल आने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी (BSP candidate) के चुनाव में होने वाली हालात का अंदाजा लगाते ही पार्टी के प्रत्याशी घोषित हो चुके बसपा नगर अध्यक्ष फरीद अख्तर (Farid Akhtar) ने कांग्रेस (Congress) के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत के समक्ष अपने साथियों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली। अपने प्रत्याशी के इस कदम से सकते में बसपाईयों ने अब अपने प्रत्याशी को पार्टी प्रत्याशी ही मानने से इनकार करना शुरू कर दिया।
मालूम हो कि उत्तराखण्ड (Uttarakhand news) के राजनैतिक समीकरण को देखते हुए विधानसभा चुनाव के लिए बसपा नेतृत्व की ओर से उत्तर-प्रदेश की तरह कोई खास तवज्जो नहीं दी जाती। हरिद्वार जिले (Haridwar) के अलावा राज्य के सभी जनपदों में बसपा का टिकट एक औपचारिकता होता है। रामनगर विधानसभा क्षेत्र भी तकरीबन इसी स्थिति में है।
राज्य बनने के बाद हुये किसी भी चुनाव में बसपा प्रत्याशी का विधायक बनना तो दूर की बात है, वह कभी मुख्य प्रतिद्वन्दी भी नहीं रहा। पार्टी का सांगठनिक ढांचा भी गुजरे ज़माने से कमजोर ही चलता आ रहा है। चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों से जरा आगे रहने वाली बसपा खुद राज्य में मिलने वाले कुल मतों के गणित के लिए ही अपना प्रत्याशी उतारती रही है।
ऐसे में बसपा रामनगर अध्यक्ष फरीद अख्तर ने बीते दिनों 25 सितम्बर को रामनगर आये पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने पार्टी से चुनाव लड़ने की बात की तो उन्होंने भी हामी भर दी। पार्टी के लोकसभा प्रभारी विनोद अंजान ने तो कार्यक्रम के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाकायदा वीडियो में फरीद अख्तर को पार्टी प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा करते हुए राज्य में अपनी सरकार बनने जैसी बातें की थी।
इसके करीब डेढ़ महीने बाद ही बसपा के प्रत्याशी के तौर पर घोषित फरीद ने कांग्रेस में शामिल होकर सबको चौंका दिया।
इस राजनैतिक घटनाक्रम के बाद अब बसपाईयों ने अपने प्रत्याशी को प्रत्याशी ही मानने से इनकार करना शुरू कर दिया है। वीडियो में खुद ही फरीद को बसपा प्रत्याशी घोषित कर चुके पार्टी के लोकसभा प्रभारी विनोद अंजान का अब कहना है कि फरीद अख्तर ने टिकट के लिए आवेदन किया जरूर था, उन्हें पार्टी द्वारा प्रत्याशी घोषित किया नहीं गया था।
हालांकि एक तरफ बसपाई अपने प्रत्याशी के कांग्रेस में जाने से अपनी झेंप मिटाने को उसे प्रत्याशी ही मानने से इनकार कर रहें हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बसपा लोकसभा प्रभारी का पुराना वीडियो निकालकर सोशल मीडिया पर घुमाना शुरू कर दिया है। जिसको लेकर फिलहाल चटखारे लिए जा रहे हैं।