कोरोनिल के आविष्कारक लाला रामदेव के पतंजली आश्रम में 90 लोग निकले कोरोना पॉजिटिव, रामदेव का भी होगा कोविड टेस्ट
जनज्वार ब्यूरो, हरिद्वार। आदमी की आँखों से धुप्पल में काजल भी निकाल लेने की छमता रखने वाले तथाकथित स्वामी रामदेव के आश्रम में भी कोविड ने जाल बिछा दिया है। उत्तराखंड में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। खबर है कि योगगुरु रामदेव के हरिद्वार स्थित विभिन्न संस्थानों में भी कोरोना का संक्रमण फैल गया है। अबतक विभिन्न संस्थानों में कोरोना संक्रमण के 90 केस मिल चुके हैं।
हालांकि इस बात को दबाने के लिए दावा किया जा रहा है कि रामदेव के संस्थानों में कोई भी पॉजिटिव केस नहीं है, क्योंकि बाहर ही सबकी टेस्टिंग की जाती है और संक्रमित लोगों को अंदर एंट्री नहीं दी जाती है। बताया जा रहा है कि योगगुरु बाबा रामदेव के पतंजलि में 47, योगग्राम में 29 और आचार्यकुलम में 9 से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना संक्रमित मिलने के बाद तीनों संस्थानों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम किया जा रहा है।
हरिद्वार के सीएमओ बाबा रामदेव से जांच के लिए आग्रह कर सकते हैं। वहीं तिजारावाला नाम के ट्विटर हैंडल के जरिए दावा किया गया कि मीडिया में चल रही बाबा रामदेव के संस्थानों में कोरोना संक्रमण फैलने की खबरें असत्य हैं। ऐसे में जब मीडिया और मीडिया के लोग बाबा की चरणवंदना करते हैं तो खबरें असत्य कैसे चल सकती हैं। सच तो यह है कि जरूरत पड़ने पर बाबा रामदेव की भी कोरोना जांच हो सकती है, जैसा सीएमओ ने कहा है।
संस्थान की तरफ से कहा गया है कि इन संस्थानों में मरीजों की आवश्यक कोरोना टेस्टिंग के लिए सेंटर है। जो लोग कोविड पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें संस्थान में प्रवेश नहीं दिया जाता. योगग्राम, निरामयम, आचार्यकुलम, पतंजलि आदि संस्थानों में कोई पॉजिटिव नहीं है। यहां भी सवाल यह है कि रामदेव और उनके अनुयायी कोरोनिल का उपयोग क्यों नहीं कर रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर कई कदम उठाए जा रहे हैं। अब संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के लिए उत्तराखंड पुलिस ने 3 टीमें तैयार की हैं, जो उनको ट्रेस कर रही हैं। इनका डेटा तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को दिया जाएगा. वहीं, कुंभ में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कई साधु व पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।