Dehradun News : अग्निवीर भर्ती पर उठाए सवाल तो बौखला गए एसडीएम पौड़ी, मुकदमा कराया दर्ज, कांग्रेस आई विरोध में

Dehradun News : अग्निवीर भर्ती पर उठाए सवाल तो बौखला गए एसडीएम पौड़ी, मुकदमा कराया दर्ज, कांग्रेस आई विरोध में
Dehradun News। पौड़ी जिले के कोटद्वार में अग्निवीर भर्ती रैली के दौरान भर्ती के लिए आए युवाओं के लिए व्यवस्थाओं को कहना यूथ कांग्रेस के महासचिव को भारी पड़ गया। व्यवस्था पर सवाल उठने से झल्लाए एसडीएम ने युवा नेता के साथ न केवल बदतमीजी कर दी बल्कि उनके खिलाफ मुकदमा भी करा दिया। एसडीएम की इस हरकत के खिलाफ पूरी उत्तराखंड कांग्रेस एसडीएम के खिलाफ लामबंद हो गई है।
बता दे कि पौड़ी जिले के कोटद्वार में युवाओं के लिए अग्निवीर भर्ती रैली का आयोजन किया गया था। इस भर्ती रैली से मीडिया को दूर रखा गया था। अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की इस भर्ती रैली में हजारों युवा भाग लेने के लिए अलग अलग जगह से आए हुए हैं। अग्निपथ योजना की घोषणा हुई थी तो पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए थे। ऐसे में यूथ कांग्रेस महासचिव नितिन बिष्ट का आरोप है कि भर्ती में युवाओं से आंदोलन में शामिल ना होने का प्रमाण पत्र मांगा जा रहा था। इसके अलावा भर्ती रैली में हिस्सा लेने आए युवाओं के लिए जो व्यवस्थाएं की गई थी वह भी नाकाफी थीं। युवाओं की दौड़ का समय भी कम रखा गया था। कुल मिलाकर अधिकारियों ने जैसे इस भर्ती रैली का आयोजन किया उससे लग रहा था कि उनकी मंशा युवाओं का चयन करना कम बल्कि अधिक से अधिक लड़कों को रिजेक्ट करने की ज्यादा थी।
ऐसी ही अव्यवस्थाओं के बीच हुई इस रैली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भर्ती रैली के लिए खड़े युवकों की भीड़ साफ दिखाई दे रही है। वीडियो में पौड़ी के एसडीएम आकाश जोशी और महासचिव युवा कांग्रेस नितिन बिष्ट आपस में उलझते दिख रहे हैं। नितिन बिष्ट युवा अभ्यर्थियों के खाने पीने की व्यवस्था को लेकर बात कर रहे थे तो वहीं एसडीएम ने नितिन बिष्ट पर सरकारी काम में बाधा डालने की बात करते हुए पुलिस को मौके पर बुला रहे हैं। एसडीएम आकाश जोशी वीडियो में उन्हें गाली करते भी दिख रहे हैं और सरकारी काम में बाधा डालने के साथ अभ्यर्थियों को भड़काने का आरोप लगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इसके बाद कांग्रेस नेता के खिलाफ सरकारी काम मे बाधा डालने का मुकदमा भी दर्ज कराया गया है।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही तमाम लोग एसडीएम की कार्यशैली देखकर उनके विरोध में आ गए हैं तो दूसरी ओर अधिकारी द्वारा कांग्रेस नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पूरी कांग्रेस भी भड़क उठी है। पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा है कि "अग्निवीर भर्ती के दौरान एक नौजवान ने कुछ सवाल उठाये। क्योंकि अग्निवीर प्रमाण पत्रों को लेकर परेशान थे, भोजन की व्यवस्था नहीं थी और जब किसी नौजवान ने ये बातें प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से जो वहां उपस्थित थे उनसे कही, तो उसके साथ जो व्यवहार हुआ है और व्यवहार के बाद युवक नितिन बिष्ट पर सरकारी कामकाज में बाधा डालने की FIR का दर्ज करना, इस सरकार के अमानवीय चेहरे को दर्शाने के लिए काफी है। इस चेहरे को देखें और इस पर अपनी राय जरूर जाहिर करें।" इसके अलावा उपनेता प्रतिपक्ष और खटीमा से विधायक भुवन कापड़ी, पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने भी इस मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।










