Haldwani News: जेल जाना है तो पांच सौ रुपए में लीजिए जेल का मजा, हल्द्वानी की इस जेल ने दिया देश का पहला अनोखा ऑफर
Haldwani News: जेल जाना है तो पांच सौ रुपए में लीजिए जेल का मजा, हल्द्वानी की इस जेल ने दिया देश का पहला अनोखा ऑफर
Haldwani News: खुले समाज में बंद जेलों की कई रहस्यमय कहानियां सामने आने के बाद जेलों के अंदर की दुनिया जानने को लेकर एक उत्कंठा बनी रहती है। इसी उत्कंठा को दूर करने के लिए जेल का जीवन और वहां के वातावरण की कहानियों को जानने के लिए पत्रकार अक्सर जेल में जाकर कई नई कहानियों से दुनिया को रूबरू कराते रहे हैं। लेकिन अब आपको जेल की दुनिया जानने के लिए पत्रकारों या फिल्मों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। आप खुद जेल जाकर जेल का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकते हैं। हालांकि खुद जेल जाकर जेल का अनुभव करने का यह विकल्प पहले भी था, बशर्ते आप इसके लिए कोई अपराध करें। लेकिन अब बिना कोई अपराध किए भी आप जेल में मेहमाननवाजी कर सकते हैं। इस मेहमाननवाजी के लिए आपको जेल के अंदर रहने के लिए पांच सौ रुपए रोज की दर से भुगतान करना होगा। भारत में पहली बार उत्तराखंड की हल्द्वानी की जेल ने यह अनोखा ऑफर दिया है। उत्तराखंड की इस जेल ने यह अनोखा ऑफर देकर लोगों की जेल के बारे में भ्रांतियां कम करने की कोशिश की है।
हल्द्वानी जेल प्रशासन की तरफ से लोगों को दिए जा रहे ऑफर के मुताबिक 500 रुपये प्रति रात के शुल्क पर लोगों को जेल के अंदर का रियल लाइफ एक्सपीरियंस करवाया जाएगा। इस ऑफर का मकसद लोगों को बुरे कामों से बचाना है जिससे वह खुद महसूस कर सकें कि जुर्म करने के बाद जेल में गए लोगों की जिंदगी कैसी होती है। इतना ही नहीं इस ऑफर को लेकर एक और भी तर्क दिया जा रहा है जो है तो अंधविश्वास से जुड़ा, लेकिन उस पर विश्वास बहुत लोग करते हैं। इस तर्क के तहत कहा जा रहा है कि कुछ लोगों की कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को देखकर ज्योतिष उनके जेल जाने की भविष्यवाणी करते हैं। ऐसे में किसी बड़े जुर्म में जेल जाकर जिंदगी खराब करने की अपेक्षा लोग छोटे-मोटे मामले में एक-आध दिन की जेल काटकर बड़ी जेलयात्रा के दोष को काटने का प्रयास करते हैं। जेल प्रशासन का तर्क है कि इस ऑफर से लोग अपनी कुंडली के जेलयात्रा दोष को भी समाप्त कर सकते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए जेल का एक हिस्सा तैयार किया जा रहा है, जहां लोग 500 रुपए में एक रात बिता सकेंगे।
हल्द्वानी की इस जेल के डिप्टी अधीक्षक सतीश सुखीजा के मुताबिक हल्द्वानी जेल 1903 में बनाई गई थी। इसके एक हिस्से में अब भी छह स्टाफ क्वॉटर्स वाला हथियार-घर है। यह हथियार-घर लंबे समय से खाली पड़ा है। अब जेल प्रशासन इसे नई योजना के लिए तैयार कर रहा है। सुखीजा के मुताबिक शीर्ष अधिकारियों की तरफ से जेल प्रशासन को लगातार कुछ लोगों के नाम भेजे जाते थे और आदेश दिया जाता था कि उन्हें जेल बैरेक में कुछ समय बिताने दिया जाए। इन लोगों को कैदियों की यूनिफॉर्म दी जाती है और जेल की किचन में बना खाना भी दिया जाता है। इसी प्रक्रिया को अब योजनाबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। जेल के अधिकारियो के मुताबिक ऐसे कई लोग हैं जिनकी कुंडली में ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति को देखकर उनके ज्योतिषी भविष्यवाणी करते हैं कि उन्हें अपने जीवन में एक बार जेल जाना होगा। ऐसे में लोग भविष्य में किसी कारण से जेल जाने का योग काटने के लिए खुद ही जेल में रहने चले जाते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए जेल का एक हिस्सा तैयार किया जा रहा है, जहां ये लोग 500 रुपए में एक रात बिता सकेंगे।