Almora News: '302 में जेल जा चुका हूं, ऐसे ही नौकरी नहीं कर रहा' उत्तराखण्ड के सल्ट विधायक महेश जीना के गनर का वीडियो वायरल
(फोटो : महेश जीना/फेसबुक)
Almora News: उत्तराखण्ड के सल्ट से भाजपा विधायक महेश जीना (BJP MLA) अक्सर अपनी गैरराजनैतिक वजहों के कारण अक्सर चर्चा में रहते हैं। इन दिनों महेश जीना एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं। इस बार उनके चर्चा में रहने की वजह तीन हफ्ते पुरानी उस घटना से जुड़ा है जिसे विधायक महेश जीना के ऊपर कथित जानलेवा हमले का नाम दिया गया था। विधायक महेश जीना की ही पार्टी के जिला उपाध्यक्ष गिरीश कोटनाला से हुई कहासुनी वाले इस मामले का घटनास्थल से जुड़ा अब एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में विधायक के हमले के कथित आरोपी कोटनाला की ही पिटाई हो रही है। हैरानी की बात ये है कि पिटाई करने वाला विधायक महेश जीना का गनर आनन्द सिंह नेगी है।
मारपीट के इस वीडियो में विधायक का वर्दीधारी गनर न केवल फिल्मी अंदाज में गुंडों की तरह मारपीट कर रहा है बल्कि अपने आप को गर्व से 302 (हत्या के आरोप में) का आरोपी भी बता रहा है। गिरीश कोटनाला से मारपीट कर रहा गनर वीडियो में पूरी तरह गुंडई करने पर उतारू नजर आता है।
बताया जा रहा है कि विधायक महेश जीना का सुरक्षाकर्मी आनंद सिंह नेगी मुरादाबाद (Muradabad) का रहने वाला है। पुलिस की खाकी वर्दी पहनकर होलस्टर में रिवाल्वर टांगे इस गनर का इलाके में अच्छा-खासा आतंक है। वहीं, वीडियो सामने आने के बाद विधायक महेश जीना का कहना है कि पहले उनके साथ मारपीट हुई जिसके बाद वे बेहोश हो गए। उनके सुरक्षाकर्मी द्वारा कोटनाला को पीटने पर विधायक ने कहा कि मारपीट में बेहोश हो जाने बाद उनके गनर ने उनकी जान बचाने के लिए ऐसा किया होगा।
लेकिन शान्त प्रदेश की आबोहवा में जनता के चुने हुए प्रतिनिधि के सुरक्षाकर्मी द्वारा फिल्मी गुंडों की तरह मारपीट करने वाला यह वीडियो(Viral Video) किसी के गले नहीं उतर रहा है। गनर की इस हरकत का वीडियो सामने आते ही ग्रामीणों में तीखा आक्रोश है। इस मामले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत ने आरोपी गनर आनंद सिंह नेगी का वीडियो के साथ शिकायत पत्र प्रदेश पुलिस महानिदेशक को भेजते हुए मामले की गहनता से जांच की मांग की है। रावत ने कहा कि जिस प्रकार गनर अपराधियों जैसी हरकत पर उतारू है, वह मित्र पुलिस के नाम पर कलंक है। रावत ने खास तौर पर गनर द्वारा वीडियो में 302 में जेल जाने के कबूलनामे की जांच करने की मांग करते हुए कहा कि हत्या का आरोपी सुरक्षा बल की नौकरी कैसे कर रहा है। सवाल यह भी है कि अपराधिक रिकॉर्ड के बाद भी इसे विधायक की सुरक्षा जैसी संवेदनशील जिम्मेदारी कैसे मिल गयी।