Lata Mangeshkar ka nidhan : नहीं रहीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर, इस वजह से हुआ निधन, जानें उनकी पूरी कहानी
Lata Mangeshakar Ka Nidhan: स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन, जानिए उनके जीवन से जुड़ी सभी बातें
Lata Mangeshkar ka nidhan : देश और दुनिया की मशहूर गायिका और स्वर कोकिला के नाम से लोकप्रिय लता मंगेशकर ( Lata Mangeshkar ) अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका आज सुबह आठ बजकर 11 मिनट पर निधन हो गया। उनका मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में पिछले कुछ समय से इलाज चल रहा था। कुछ दिनों पहले उन्हें कोरोना भी हो गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उनके निधन पर दुख जताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरी संवेदना जाहिर की है। उन्होंने कहा कि हमें लता दीदी से हमेशा प्यार मिला। उनके निधन की जानकारी सबसे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी।
2 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
लता दीदी के निधान पर दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। उनके पार्थिव शरीर को सभी दर्शनाथ उनके आवास पर 12 बजकर 30 मिनट पर ले जाया जाएगा। आज शाम 6.30 मिनट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।
मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल पहुँच कर स्वर कोकिल भारत रत्न लता मंगेशकर जी के अंतिम दर्शन किए। उनके परिवार को सांत्वना दी। लता दीदी हमेशा हम सभी के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी। ईश्वर पुण्यात्मा को शांति प्रदान करे। ॐ शांति pic.twitter.com/sRg0SQQ0kt
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 6, 2022
मल्टी आर्गन फेल्योर की वजह से हुआ निधन
लता दीदी का निधन मल्टी आर्गन फेल्योर की वजह से उनका निधन हुआ। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। 29 दिनों से आईसीयू में भर्ती थीं। डॉक्टरों के मुताबिक उनके अंगों के काम नहीं करने की वजह से निधन हुआ।
संगीत साधकों के लिए थीं प्रेरणा
सुबह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर दुख जताते हुए लिखा कि देश की शान और संगीत जगत की शिरोमणि स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है। पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थीं।
उन्हें इसी साल जनवरी महीने की शुरुआत में कोविड संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद वह कई सप्ताह से आईसीयू में थीं।
36 भारतीय भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए
लता मंगेशकर एक महान पार्श्वगायिका थीं। उन्होंने भारत में फ़िल्मी संगीत को एक नई पहचान दी थी। उन्हें भारत की 'सुर कोकिला' कहा जाता था। उनका फ़िल्मी संगीत करियर आधी सदी से भी जदा का रहा। इस दौरान उन्होंने 36 भारतीय भाषाओं में 30 हज़ार से अधिक गाने गाए। वह कई दशकों तक लता डिमांड में रहने वाली गायिका रहीं। बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री की ख्वाहिश होती थी कि उसके गाने लता मंगेशकर जी ही गाएं।
Lata Mangeshkar Passes Away : बता दें कि देश की मशहूर गायिका लता मंगेशकर ( Lata Mangeshkar ) का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। उनके पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर भी एक गायक थे। दीनानाथ मंगेशकर थिएटर कलाकार के साथ मराठी भाषा में कई संगीतमय नाटकों का निर्माण किया था। लता मंगेशकर अपने पिता की पांच संतानों में सबसे बड़ी थीं। बाद में लता के छोटे-भाई बहनों ने भी उनका अनुसरण करते हुए संगीत की दुनिया में कदम रखा और गायकी के दम पर देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न हासिल किया।