Patra Chawl Land Scam: क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला, जिसकी जांच ले किए संजय राउत पर कसा ED का शिकंजा?
Patra Chawl Land Scam: क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला, जिसकी जांच ले किए संजय राउत पर कसा ED का शिकंजा?
ED At Sanjay Raut Residence: पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl scam) को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) मुश्किल में आ गए हैं. रविवार को ED ने संजय राउत के घर पर छापेमारी (ED Raid Sanjay Raut Residence) की. संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का भी आरोप लगा है. माना जा रहा है कि ED की टीम संजय राउत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है. इस घोटाले में ED ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया है.
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला?
पात्रा चॉल मुंबई के गोरेगांव में बनी है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) की जमीन है। इसमें 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। जिस जमीन पर ये फ्लैट रिडेवलप होने थे, उसका एरिया 47 एकड़ था। गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने MHADA को धोखे में रख बिना फ्लैट बनाए ही ये जमीन 9 बिल्डरों को बेच दी। इससे उसे 902 करोड़ रुपए मिले। बाद में गलत तरीके से कमाए इन पैसों का एक हिस्सा अपने करीबी सहयोगियों को ट्रांसफर कर दिया।
प्रवीण राउत ने की धोखाधड़ी
आरोप है कि रियल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। बाकी MHADA और उक्त कंपनी को दिए जाने थे। लेकिन 2011 में इस जमीन के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया।
इस वजह से सामने आया घोटाला
2020 में कोरोना काल के दौरान महाराष्ट्र में PMC बैंक घोटाला सामने आया था। जब इस घोटाले की जांच हो रही थी, तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। इसी दौरान पता चला कि बिल्डर प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा के खाते में 55 लाख रुपए भेजे गए थे।। ED की टीम इसी बात की जांच कर रही है कि ये ट्रांजेक्शन क्यों किया गया। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था।