अपनी बीमार बच्ची को अस्पताल से देखकर घर लौट रही मां का 9 लोगों ने चलती कार में किया गैंगरेप
Jharkhand : 10 वर्षीय मासूम के साथ 6 नाबालिगों ने किया गैंगरेप, शादी समारोह में हुआ था झगड़ा
अगरतला चिकित्सा महाविद्यालय से शाम साढे सात बजे अपनी बीमार बच्ची से मिलकर घर लौट रही महिला को इन दरिंदों ने बनाया अपना निशाना, चलती कार में निर्दयता और नृशंसता से गैंगरेप करने के बाद बलात्कार आरोपियों ने उसे फेंक दिया सड़क पर...
जनज्वार। जितने भारी पैमाने और नृशंसता की हदें पार करती बलात्कार की घटनायें देश में हर रोज सामने आ रही हैं, उससे लगता है कि इंसानियत बची ही नहीं है। बच्ची, बूढ़ी, जवान किसी भी महिला को कब बलात्कार का शिकार बना लिया जाये, कहा नहीं जा सकता। इंसानियत को शर्मसार करती ऐसी ही एक घटना सामने आयी है त्रिपुरा राज्य में। यहां चलती कार में 9 लोगों ने एक महिला का गैंगरेप किया और फिर उसे चलती कार से नीचे फेंक दिया।
जानकारी के मुताबिक यह घटना त्रिपुरा की राजधानी अगरतला की है। अगरतला चिकित्सा महाविद्यालय से मंगलवार 24 सितंबर की शाम साढे सात बजे अपनी छह वर्षीय बीमार बच्ची से मिलकर घर लौट रही महिला को इन दरिंदों ने अपना निशाना बनाया। चलती कार में निर्दयता और नृशंसता से गैंगरेप करने के बाद बलात्कार आरोपियों ने उसे एक सड़क पर फेंक दिया।
गैंगरेप की शिकार हुई महिला की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है। अगरतला में घटी इस घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी है, जिसमें 2016 में एक मेडिकल छात्रा का चलती बस में सामूहिक बलात्कार करने के बाद बलात्कारी उसे सड़क पर फेंक गये थे।
मामले की जांच कर रही त्रिपुरा पुलिस के मुताबिक यह घटना मंगलवार 24 सितंबर की शाम को उस समय घटी, जब 32 वर्षीय पीड़िता अपनी बीमार बच्ची को देखकर घर लौट रही थी। यहीं आरोपियों ने उससे चलती कार में बलात्कार किया और फिर सर्किट हाउस के पास फेंककर भाग गये। कुछ लोगों ने जब गंभीर हालत में महिला को सड़क पर पड़े देखा तो उसे जीबी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस का कहना है कि इस घटना की शिकायत पीड़िता के पति ने बुधवार 25 सितंबर को पूर्वी अगरतला महिला थाने में दर्ज करायी थी। उसी दिन पुलिस ने 6 बलात्कार आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया था।
पूर्वी अगरतला महिला थाने की प्रभारी मुमताज हसीना ने मीडिया को बताया कि मंगलवार 24 सितंबर को शाम को लगभग साढ़े सात बजे पीड़िता अपनी बच्ची को हॉस्पिटल से देखकर घर जाने के लिए ऑटो रिक्शा में बैठी थी। ऑटो चालक को महिला पहले से जानती थी। पुलिस के मुताबिक जब ऑटो रिक्शा चालक ने ऑटो दूसरे रास्ते की तरफ मोड़ा तो उसने विरोध किया, मगर उसने महिला से कहा कि वह वहां से दूसरी सवारियां लेगा, इसलिए रास्ता बदल रहा है।
बकौल पूर्वी अगरतला महिला थाने की प्रभारी मुमताज हसीना, रास्ते में 4 और लोग ऑटो रिक्शा पर सवार हुए और महिला के हाथ और मुंह बांध दिया। बाद में उन्होंने महिला को कार में डाल दिया और उसे अगवा कर लगभग 15 किलोमीटर दूर नरसिंहगढ़ ले गए। वहां पहले से मौजूद 4 अन्य लोगों और इन पांचों ने मिलकर महिला का गैंगरेप किया और देर रात लगभग साढ़े ग्यारह बजे उसे सर्किट हाउस के पास फेंककर चले गये। पुलिस के मुताबिक हम अन्य बलात्कार आरोपियों की तलाश कर रहे हैं।