जलते घर को नहीं देख पाई सचिव की मां, आ गया हार्ट अटैक
जनज्वार। 25 साल तक त्रिपुरा में मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार से भले ही भाजपा मुख्यमंत्री की ताजपोशी के दौरान गर्मजोशी से प्रधानमंत्री मोदी हाथ मिलाते हों, पर हकीकत यह है कि त्रिपुरा में वामपंथी नेताओं—कार्यकर्ताओं पर भाजपाइयों द्वारा की जा रही हिंसा रुक नहीं रही है। अब तक 1 हजार से ज्यादा हिंसा के मामले सामने आए हैं, जिसमें हत्या, कब्जेदारी, आगजनी और मारपीट शामिल है।
सीपीएम द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक एपी इलाके के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव शंकर चक्रवर्ती का घर बीजेपी के लोगों ने 15 मार्च की रात फूंक दिया है। घर को जलाने के लिए पहले पेट्रोल छिड़का गया, फिर आग लगा दी गयी। घर में लगी आग देखकर शंकर चक्रवर्ती की बूढी मां को हार्ट अटैक हो गया। फिलहाल वह गंभीर हालत में अस्पताल में भरती हैं।
आगजनी में सचिव का न सिर्फ पूरा घर जल गया, बल्कि उसमें रखे सामान, अनाज और कपड़े भी जल के खाक हो गए। अभी तक इस मामले में पुलिस ने क्या किया है, जानकारी नहीं हो पाई है। लेकिन अन्य मामलों में पुलिस की कार्यवाही न के बराबर है।
गौरतलब है कि यही राज्य है जहां बीजेपी के सत्ता में आते ही संघ और बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने विश्व मजदूर नेता और रूस के क्रांतिकारी लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया था। कार्यकर्ताओं और भाजपा नेताओं का कहना है कि लेनिन विदेशी नेता हैं, उनकी मूर्ति रखने की कोई जरूरत नहीं है।