- Home
- /
- सिक्योरिटी
- /
- बिहार के डीएम की...

दो दिन पहले साथ में काम करने वाले अधिकारियों को बता कर निकले थे कि जा रहे हैं पटना घुमने, पर सचिवालय के अधिकारी इस बारे में हैं अनभिज्ञ
जनज्वार, गाजियाबाद। बिहार के बक्सर जिले के जिलाधिकारी मुकेश पांडेय की लाश पुलिस को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से एक किलोमीटर कोटगांव के पास अधकटी हालत में रेलवे ट्रैक पर मिली है। लाश के साथ पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है।
बिहार के छपरा जिला निवासी मुकेश पांडेय 2012 बैच के आईएएस अधिकारी थे। उनका जिलाधिकारी के रूप में 31 जुलाई को प्रमोशन हुआ था और बक्सर में उनकी यह पहली पोस्टिंग थी।
गौरतलब है कि मुकेश पांडेय के एक रिश्तेदार ने दिल्ली पुलिस को फोन कर बताया कि मुकेश पांडेय का अभी—अभी वाट्सअप आया था कि वे दिल्ली के जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर की दसवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले हैं। जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर की दसवीं मंजिल से पहले भी कई युवक—युवती आत्महत्याएं कर चुके हैं।
रिश्तेदार को जैसे ही पांडेय के वाट्सअप से यह संदेश मिला, उसने पुलिस को तुरत सूचना दी। पर पुलिस को मुकेश पांडेय जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर नहीं मिले। बाद में उनकी लाश गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास के कोटगांव रेल ट्रैक पर मिली। पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
खुद को जीवन से हताश बता रहे पांडेय रिश्तेदार को भेजे वाट्सअप मैसेज में लिखते हैं, 'मैं पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी डिस्ट्रिक्ट सेंटर के दसवीं मंजिल से कूदकर जान देने जा रहा हूं। मैं अपने जीवन से तंग आ चुका हूं। मुझे नहीं लगता कि कहीं इंसानियत बची है। आई एम सॉरी। मुझे सभी से प्यार है। कृपया मुझे माफ करना।'
रेलवे पुलिस को कुछ ऐसा ही सुसाइड नोट अंग्रेजी में लिखा मिला है, जिसपर जीवन से तंग औन इंसानियत नहीं बचने की बात कही गयी है।
हालांकि पूरी स्थिति जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी पर जिलाधिकारी की मौत को संदेहास्पद होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।