Begin typing your search above and press return to search.
अंधविश्वास

यूपी के फतेहपुर में बैंड बाजे की धुन पर भैंस के बच्चे का मुंडन कर मनाया गया जश्न

Ragib Asim
13 March 2020 6:31 AM GMT
यूपी के फतेहपुर में बैंड बाजे की धुन पर भैंस के बच्चे का मुंडन कर मनाया गया जश्न
x

आपने अभी तक बालक, बालिकाओं के मुंडन समारोह के बारे में ही सुना होगा। किंतु किसी भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार होते ना तो किसी ने देखा है और ना ही सुना होगा...

जनज्वार। भैंस के मालिक जयचंद्र ने दुर्गा माता मंदिर में अपनी बीमार भैंस को ठीक होने की माता से मांगी थी मन्नत। जयचंद्र की भैंस ठीक हो गई। उसे एक बच्चा होने के साथ साथ वह दूध भी ठीक दे रही जिसके बाद जयचंद्र ने धूम धाम से भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार आयोजित किया।

संबंधित खबर: अंधविश्वास: करंट की चपेट में आया युवक, इलाज की बजाय गोबर में दबाने से हुई मौत

पने अभी तक बालक, बालिकाओं के मुंडन समारोह के बारे में ही सुना होगा। किंतु किसी भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार होते ना तो किसी ने देखा है और ना ही सुना होगा। किंतु ऐसा वाकया जनपद फतेहपुर के विकासखंड स्थित विजयीपुर के ग्राम सिरौली में देखने को मिला। जहां एक पशुपालक जयचंद्र ने गाजे-बाजे व धूम धड़ाके से अपनी भैंस के बच्चे का मुंडन कराया, और तो और ग्रामीणों के साथ मिलकर जश्न भी मनाया गया।

ही नहीं घर के बच्चों के होने वाले मुंडन संस्कार की तर्ज पर पूरी रस्मे भी अदा की गई। आपको वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे मुंडन हो रहे भैंस के बच्चे के पीछे एक ताई आटे की रोटी लेकर खड़ी हैं, जिसमे भैंस के बच्चे के बाल इकट्ठा किये जा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि लोग शुभकामनाओं के साथ बधाई गीत तक गया रहे हैं और रुपये दिए जा रहे हैं।

संबंधित खबर: अंधविश्वास खत्म करने वाला 10 करोड़ का बजट खत्म करेगी महाराष्ट्र सरकार

सपास के ग्रामीणों को जैसे ही इस होने वाले खास आयोजन का पता चला की आज एक समारोह में भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार होना है तो लोगों की भीड़ जमा होने लगी। गांव के ही नहीं बल्कि आसपास के तमाम गांवों के लोगों को भी जब इसकी भनक लगी तो वह भी उस भैंस के बच्चे के मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंच गए।

मारोह में बज रहे बैंड बाजे की धुन पर लोग खूब नाचे और मुंडन संस्कार का लुफ्त उठाया। भैंस के बच्चे के मुंडन संस्कार को लेकर इलाके में चर्चा जोरों से शुरू हुई और लोगों का तांता भी। वही पशु प्रेमी लोग इसे एक अच्छा कदम भी मानकर चल रहे हैं। इलाकाई लोगों का कहना है कि पशु भी हमारे जीवन का एक अंग है और उनके लिए जश्न मनाना एक अच्छी शुरुआत है।

के बच्चे का मुंडन संस्कार करवाने वाले किसान जयचंद्र का कहना है कि माता दुर्गा ने उनकी मुराद पूरी की है। जिससे उनकी भैंस की तबियत ठीक होने के बाद उसे एक बच्चा भी हुआ। मांगी गई मन्नत के अनुसार आज हम अपनी भैंस के बच्चे का मुंडन संस्कार पूरे विधि विधान और धूमधाम से आयोजित कर रहे हैं। इससे माता प्रसन्न रहेंगी और उनकी भैंस आगे भी ठीक तरह से स्वस्थ रहे और उन्हें दूध देती रहे।

Next Story