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12 माह की बेटी का गला रेतने वाला पिता बोला देवी ने मांगी थी बलि, इसलिए उतार दिया मौत के घाट
file photo
रंजीत ने कड़ाई से पुलिस द्वारा जांच करने पर यह बात कबूली कि अंधविश्वास व तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसने अपनी बेटी की बलि चढ़ा दी। देवी ने उसे ऐसा करने का आदेश दिया था...
जनज्वार। अंधविश्वास की घटनायें कम होने के बजाय दिनोंदिन और वीभत्स रूप लेती जा रही हैं। न सिर्फ पिछड़े और कम पढ़े—लिखे तबकों बल्कि पढ़ा लिखा वर्ग भी अंधविश्वास के चलते ऐसी-ऐसी घटनाओं को अंजाम देता है, जिन पर सहज विश्वास करना मुश्किल होता है।
हालिया घटना छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के जरहागांव थाना क्षेत्र में सामने आयी है। यहां एक पिता ने देवी के नाम पर गुरुवार 2 जनवरी को अपनी सालभर की मासूम बच्ची का गला रेतकर कत्ल कर दिया।
जानकारी के मुताबिक जरहागांव क्षेत्र के तराईगांव निवासी रंजीत पटेल नाम के युवक ने अंधविश्वास व तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपनी 12 माह की बेटी की बलि देवी के नाम पर चढ़ा दी। उसने अपनी बच्ची का कत्ल हंसिया से गला रेतकर की। मामला सामने आने पर पुलिस ने हत्यारोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस मामले में जरहागांव थाना प्रभारी कविता धुर्वे कहती हैं कि, अंधविश्वास के नाम पर बेटी को कत्ल किये जाने की यह घटना ग्राम तराईगांव की है। गुरुवार 2 जनवरी की देर शाम करीब सात बजे 30 साल के रंजीत पटेल की पत्नी जब अपनी तीन वर्षीय बेटी को लेकर शौच कराने बाहर गई थी, तो इस बीच रंजीत ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया।
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पुलिस के मुताबिक, उस दौरान रंजीत के साथ अंदर सिर्फ उसकी 12 माह की बेटी कोयल थी। पत्नी के बाहर निकलने के बाद उसने हंसिया से गला रेतकर बच्ची की हत्या कर दी।
बकौल पुलिस, रंजीत ने कड़ाई से पुलिस द्वारा जांच करने पर यह बात कबूली कि अंधविश्वास व तंत्र-मंत्र के चक्कर में उसने अपनी बेटी की बलि चढ़ा दी। देवी ने उसे ऐसा करने का आदेश दिया था।
जब रंजीत अपनी बच्ची को कत्ल कर रहा था तब वह चीख-चीखकर मानो खुद को बचा लिये जाने की गुहार लगा रही थी। आरोपित रंजीत के पिता ने भी पुलिस को बताया कि उन्होंने बच्ची की चीख-चीखकर रोने की आवाज सुनी थी। मगर जब वह कमरे के पास पहुंचे, तो बच्ची के रोने की आवाज बंद हो गई थी।
अंधविश्वास की बलि चढ़ी बच्ची के दादा कहते हैं, बच्ची की आवाज बंद होने पर उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने दरवाजा खुलवाया। दरवाजा खोलने पर अंदर बच्ची की खून से लथपथ लाश पड़ी थी। बच्ची के दादा और मां ने इस घटना की सूचना आसपास के लोगों और पुलिस को दी थी। 3 जनवरी को बच्ची की लाश का पोस्टमार्टम करने के बाद पुलिस ने लाश को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया और आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
आसपास के लोगों का कहना है कि बेटी की बलि चढ़ाने के बाद रंजीत वहां से भाग रहा था तो लोगों ने पकड़कर उसे पुलिस को सौंपा।
पुलिस की पूछताछ में बेटी के हत्यारे रंजीत पटेल ने कहा कि देवी ने उससे उसकी मासूम बेटी की बलि मांगी थी। इसीलिए उसने गला रेतकर उसकी बलि चढ़ा दी। पुलिस ने रंजीत के पास से वारदात में प्रयुक्त हंसिया भी जब्त कर लिया है।