जनज्वार इम्पैक्ट : गुल्लक तोड़ मां का कफ़न खरीदने और अर्थी को कंधा देने वाली सारण की बेटियों की मदद को उठे हाथ
पैसे नहीं होने और कोई सहायता नहीं मिलने के कारण जब ये बच्चियां अपनी गुल्लक तोड़ मां का कफ़न खरीद रहीं थीं और अर्थी को कंधा दे रहीं थीं आखिर तब कहां था हमारा संवेदनशील समाज...
जनज्वार, छपरा। बिहार के सारण जिले के महराजगंज लोकसभा क्षेत्र में मां की मौत पर गुल्लक तोड़ बेटियों ने कफन खरीदा था और अपनी मां का अंतिम संस्कार किया था। जब मां की मौत हुई तब पिता गुजरात में लॉकडाउन में फंसा हुआ था। पिता के बाहर रहने की स्थिति में चार बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा दी तो एक ने मुखाग्नि दी थी।
जनज्वार ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। यह घटना 24 मई की है। जनज्वार में प्रकाशित होने के बाद यह मामला तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं के पास पहुंचा और गुल्लक तोड़कर मां के लिए कफन खरीदने वाली बेटियों की मदद के लिए समाज और नेताओं दोनों के हाथ आगे बढ़े हैं।
कुछ संगठनों ने इन तीनों बच्चियों की पढ़ाई का जिम्मा उठाने की घोषणा की है तो स्थानीय सांसद ने भी कई घोषणाएं बच्चियों से मुलाकात कर कई घोषणाएं कीं हैं। वैसे शासन-प्रशासन ने अबतक इनकी सुध नहीं ली है। यह बात भी सोचनीय है कि पैसे नहीं होने और कोई सहायता नहीं मिलने के कारण जब ये बच्चियां अपनी गुल्लक तोड़ मां का कफ़न खरीद रहीं थीं और अर्थी को कंधा दे रहीं थीं तब ये लोग कहां थे!
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इस परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। जमीन नहीं है। घर के नाम पर एक छोटी सी फूस की पलानी है। ये लड़कियां भी मेहनत-मजदूरी करतीं हैं। जनज्वार से हुई बातचीत में राजबलम की बेटियां बताती हैं, अब हम चाहते हैं कि किसी तरह हमारा भविष्य सुधर जाये।
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समाज अब इन बेटियों को इस रूप में सराह रहा है कि परंपरा तोड़ अपनी माँ का कफ़न खरीदने तथा परम्परा तोड़ अर्थी को कंधा देने और चिता पर माता को मुखाग्नि देने वाली पुत्रियां अन्य बच्चियों के लिए मॉडल बनेंगी। कल 2 जून को प्रखंड के फतेहपुर सरैया जाकर स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने यह घोषणा की है। उन्होंने फतेहपुर से मेहंदीगंज को जोड़ने वाली एक किलोमीटर सड़क के पक्कीकरण तथा जनधन खाता में एक लाख रुपये उपलब्ध कराने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की भी घोषणा की।
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स्थानीय सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि राजबलम महतो की पत्नी राजमुनि के असामयिक निधन के बाद चार बच्चियों को अनाथ नहीं होने दिया जाएगा। सांसद ने मौके पर मौजूद स्थानीय राणा प्रताप सिंह उर्फ डब्ल्यु सिंह तथा हेमनारायण सिंह से मृतक के परिजनों को गैस कनेक्शन तथा जरूरी राशन उपलब्ध कराने को कहा। मौके पर उमेश तिवारी, मनोज, अमरजीत सिंह, अरविंद सिंह अशोक सिंह कुशवाहा, सिकन्दर यादव तथा राजीव कुमार सिंह आदि लोग मौजूद थे।
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इसके अतिरिक्त कुछ स्थानीय समाजसेवी संगठनों ने भी इन बच्चियों की थोड़ी-बहुत मदद शुरू कर दी है। हालांकि इस मामले में बच्चियों की श्मशान पर ही कुछ लोगों ने मदद शुरू कर दी थी। प्रखंड परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने मृतका का 25 हजार का बैंक ऋण माफ कराने के साथ साथ उसकी पुत्रियों को स्कील डेवलपमेंट के तहत मुफ्त ट्रेनिंग कराने व रोजगार उपलब्ध कराने में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया था।