पटना में बच्चा चोरी की अफवाह पर विक्षिप्त की मॉब लिंचिंग, छुड़ाने आये पुलिसकर्मियों को भी पीटा
पुलिस जिप में बैठाये गये विक्षिप्त युवक को आक्रोशित भीड़ किसी तरह अपने कब्जे में लेना चाहती थी और वहीं पर उसकी हत्या कर देती। पुलिस भीड़ से युवक को छुड़ाकर किसी तरह थाने ले गयी। विक्षिप्त की हालत नाजुक बनी हुई है...
जनज्वार। मॉब लिंचिंग की घटनाओं में हमारा देश कीर्तिमान स्थापित करता जा रहा है। कोरी अफवाहें लिंचिंग का सबसे बड़ा आधार बन रही है। अब पटना के परसा बाजार थाना क्षेत्र में मॉब लिंचिंग का एक मामला सामने आया है।
मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक पटना के रहीमपुर गुमटी के पास जमा भीड़ ने बच्चा चोरी के आरोप में एक 40 साल के विक्षिप्त की जमकर पिटाई कर दी। इस बात की सूचना जब पुलिस तक पहुंची तो वह मौके पर पहुंची, मगर पुलिस के आने से भी लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ। जब पुलिस ने विक्षिप्त को आक्रोशित भीड़ से छुड़वाने की कोशिश की तो उनकी भी पिटाई कर दी।
यह घटना आज 2 अगस्त की सुबह सामने आयी है। किसी ने परसा बाजार में बच्चा चोरी की अफवाह फैला दी तो सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीणों ने एक विक्षिप्त को चोर कहते हुए पीटना शुरू कर दिया।
प्रभात खबर में प्रकाशित खबर के मुताबिक घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो आक्रोशित लोगों ने विक्षिप्त को छुड़ाने नहीं दिया। विक्षिप्त को छुड़ाने की कोशिश कर रहे थानेदार जयप्रकाश समेत कई पुलिसकर्मियों को भी भीड़ ने नहीं बख्शा, पुलिस वाहन को भी तोड़फोड़ दिया। मॉब लिंचिंग की इस घटना में महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल रहीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस जिप में बैठाये गये विक्षिप्त युवक को आक्रोशित भीड़ किसी तरह अपने कब्जे में लेना चाहती थी और वहीं पर उसकी हत्या कर देती। पुलिस भीड़ से युवक को छुड़ाकर किसी तरह थाने ले गयी। विक्षिप्त की हालत नाजुक बनी हुई है।
घटनाक्रम के मुताबिक परसा बाजार स्टेशन के आसपास पिछले कई दिनों से मॉब लिंचिंग का शिकार बना विक्षिप्त युवक भटकता दिखायी दे रहा था। आज सुबह कुछ बदमाश युवक इसे बच्चा चोर कहते हुए पीटने लगे। उन्होंने पहले बच्चा चोरी की अफवाह फैलाते हुए विक्षिप्त को बाजार में घुमाया। जब धीरे—धीरे भीड़ बढ़ गयी तो आक्रोशित लोगों ने अफवाह को सच मान विक्षिप्त की बुरी तरह पिटाई कर दी।
फिलहाल परसा बाजार थाना पुलिस ने विक्षिप्त युवक को इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया है। पुलिस ने भीड़ का हिस्सा बनकर उस युवक की पिटाई करने में शामिल रहे लोगों की छानबीन करने में जुट गयी है।
कोरी अफवाह के आधार पर मॉब लिंचिंग की इस घटना के संबंध में परसा बाजार थाना प्रभारी कहते हैं कि मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। लोगों ने कानून को अपने हाथ में लेकर बहुत गलत किया है। अगर उन्हें किसी पर किसी भी तरह का शक था, तो उन्हें सबसे पहले पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी।
वहीं बिहार के पटना में ही एक अन्य मॉब लिंचिंग की घटना सामने आयी है। यहां गांधी मैदान थाने के चिरैयाटांड़ पुल के नीचे वाहन चालकों ने कल 1 अगस्त को सुबह तड़के करीब तीन बजे 60 वर्षीय हरिलाल उर्फ हरेंद्र पासवान को मोबाइल चोर समझकर बुरी तरह पीटा, जिससे उनकी मौत हो गयी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बुजुर्ग की हत्या मामले में मृतक हरिलाल के बेटे रंजीत कुमार के बयान के आधार पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए अदालतगंज के सोनू कुमार, रंजीत यादव और योगेंद्र कुमार तथा चिरैयाटांड़ का सुधीर यादव को गिरफ्तार किया है। सोनू व योगेंद्र टेंपोचालक हैं, जबकि रंजीत एक्जीबिशन रोड में शशि कॉम्पलेक्स में गार्ड की नौकरी करता है।
घटनाक्रम के मुताबिक गांधी मैदान के चिरैयाटांड़ पुल के नीचे कुछ लोग हर रोज की तरह बैठे थे। बैठे—बैठे ही सोनू की आंख लग गई और उसका एक हजार रुपये कीमत वाला मोबाइल फोन चोरी हो गया। कुछ देर बाद उसकी नींद खुली तो वह अपना मोबाइल ढूंढ़ने लगा। इसी बीच बुजुर्ग हरिलाल पर उसकी नजर पड़ गयी तो उसने चोर-चोर हल्ला मचाना शुरू कर दिया।
शोर सुन वहां बड़ी संख्या में लोग जुट गये और बिना कुछ समझे बुजुर्ग हरिलाल की पिटाई कर दी। घटना की सूचना मिलने पर गांधी मैदान थाने की पुलिस पहुंची और हरिलाल पासवान को भीड़ से छुड़ाकर गार्डिनर अस्पताल में भर्ती कराया। इसी दौरान पुलिस ने मौके पर मौजूद चार लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया। गार्डिनर हॉस्पिटल में हरिलाल की हालत में थोड़ा सुधार होने के बाद वापस थाना लाया गया, लेकिन थाने में हालत फिर से खराब होने लगी तो फिर पीएमसीएच में भर्ती करा दिया, जहां इलाज के दौरान 1 अगस्त की शाम को लगभग छह बजे उनकी मौत हो गयी।