मुंबई में शवों के बीच चल रहा कोरोना मरीजों का इलाज, वीडियो हुआ वायरल
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि अस्पताल के वॉर्ड में कई मरीज बेड पर लेटे हैं। मरीजों के बीच में काले प्लास्टिक के बैगों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शव भी वॉर्ड के बेडों पर रखे हैं। कुछ शवों को कपड़ों से तो कुछ कंबल से ढका गया है...
जनज्वार ब्यूरो। देशभर में कोरोनावायरस के मामले 52000 से भी ज्यादा हो चुके हैं। इस सूची में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है। महाराष्ट्र के मुंबई महानगर में कोरोना वायरस के सर्वाधिक मरीज हैं, लेकिन इस परिस्थिति के बावजूद लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। दअसल एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि शवों के बीच कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
यह जो वीडियो वायरल हो रहा है वह मुंबई के सायन अस्पताल का है। वीडियो में दिख रहा है कि वॉर्ड में मरीजों के बीच शव रखे गए हैं। अस्पताल के वॉर्ड में कई मरीज बेड पर लेटे हैं। मरीजों के बीच में काले प्लास्टिक के बैगों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शव भी वॉर्ड के बेडों पर रखे हैं। कुछ शवों को कपड़ों से तो कुछ कंबल से ढका गया है। बताया जा रहा है कि वॉर्ड में मरीजों के बीच कई ऐसे शव पड़े थे।
https://www.facebook.com/100007809437225/videos/2655243344745954/
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ऐसी स्थिति वो भी तब सामने आ रही है जब देश के मुकाबले महाराष्ट्र में अकेले अब तक 17 हजार के करीब कोरोना मामले आ चुके हैं और 651 लोगों की मौत हुई है।
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लापरवाही को लेकर लोग तीखी प्रतिक्रिया कर रहे हैं। बीजेपी नेता नीतीश राणे ने भी वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'सायन अस्पताल में शवों के साथ मरीज भी सो रहे हैं। यह अति है। यह कैसे प्रशासन है। बहुत ही शर्मनाक बात है।' इस मामले में अस्पातल के डीन ने स्वीकार किया है कि यह वीडियो उन्हीं के अस्पताल का है। रिश्तेदार शवों को ले जाने के लिए नहीं आ रहे हैं, इसलिए हमने उन्हें वहां रखा था।
#Breaking | Sion Hospital Horror: BMC orders probe after a video surfaces on social media in which patients have been kept with dead bodies.
TIMES NOW’s Aruneel Sadadekar with details. pic.twitter.com/Qd0rgrhG3l
— TIMES NOW (@TimesNow) May 7, 2020
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक डीन के जवाब पर नीतीश राणे ने कहा, 'इस जवाब के बाद मुंबईवासी बीएमसी से क्या उम्मीद कर सकते हैं? निजी अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं और सरकारी अस्पतालों में हालात ऐसे हैं। क्या यह मेडिकल इमरजेंसी है!'
अस्पताल के वॉर्ड में कई मरीज बेड पर लेटे हैं। मरीजों के बीच में काले प्लास्टिक के बैगों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के शव भी वॉर्ड के बेडों पर रखे हैं। कुछ शवों को कपड़ों से तो कुछ कंबल से ढका गया है। बताया जा रहा है कि वॉर्ड में मरीजों के बीच कई ऐसे शव पड़े थे।
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नीतीश ने कहा, 'पहले तो सायन अस्पताल प्रशासन ने वीडियो को फेक बताया। अब उन्होंने माना कि वीडियो उनके अस्पताल का है तो उनका बयान हैरान कर देने वाला है। अब बीएमसी प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से लोगों का भरोसा उठ गया है। म्युनिसिपल कमिश्नर अगर यह सब रोक नहीं सकते और स्थितियां नियंत्रित नहीं कर सकते तो उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए'