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शिक्षा

बच्ची के ​शोषण के खिलाफ लड़ रही महिला को ही चुप कराने में जुटी उत्तराखंड पुलिस

Janjwar Team
25 Jan 2018 4:16 AM IST
बच्ची के ​शोषण के खिलाफ लड़ रही महिला को ही चुप कराने में जुटी उत्तराखंड पुलिस
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हल्द्वानी से संजय रावत की रिपोर्ट

हल्द्वानी। आज राष्ट्रीय बालिका दिवस जोर - शोर से मनाया जा रहा है। बेटियों के जन्म को जन्मोत्सव के रूप में मनाने और बालिकाओं के प्रति सम्मान और आदरपूर्ण व्यवहार अपनाने के साथ उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री करोडो रूपए के इस्तेहार भी प्रकाशित करा रहे है ।

पर उत्तराखण्ड पुलिस हल्द्वानी के ‘सिपाही’ इन सब बातों को बेकार साबित करते हुए महिलाओं को हतोत्साहित करने के लिए गैंग के रूप काम कर रहे है।

संवेदनहीन और पुरूष सत्तात्मक प्रवृत्ति के ये लोग संविधान और शासनादेशों को अपने हिसाब से परिभाषित करते और अमल में लाते है। जानकारी के मुताबिक बच्ची के शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली एक महिला को हल्द्वानी के पुलिसकर्मी इसलिए हतोत्साहित कर रहे हैं कि उक्त महिला आरोपियों के खिलाफ गवाही ना दे सके।

यहां उल्लेखनीय है कि 18 अप्रैल 2017 में हल्द्वानी के प्रतिष्ठित कहे जाने वाले स्कूल ‘आॅरम पब्लिक स्कूल’ में एक बच्ची के यौन शोषण को लेकर बडा हंगामा हुआ तो स्कूल पढने वाली और बालिकाओं के परिजनों ने अपनी - अपनी बच्चियों से पूछा तो बच्चियों ने भी अपनी आप बीती बता दी, जिस पर परिजन सन्न रह गए।

उन्हीं में से दो परिवारों द्वारा एफ.आई.आर. दर्ज करायी गयी। जिसमें से एक परिवार का आरोपी के साथ राजीनामा हो गया है, जबकि एक परिवार अपनी बच्ची के अस्तित्व की लडाई लड रहा है। इस लड़ाई को लड़ने वाली महिला की हौसला अफजाई के बदले हल्द्वानी के पुलिस कर्मी अलग - अलग तरीके से महिला को हतोत्साहित कर दबाव बनाने में जुटे है।

हद तो तब हो गयी जब विजय कुमार ने उक्त महिला को ये तक कह दिया कि मैडम आपने अपने व्हाट्सअप नम्बर पर फोटो क्यों नहीं लगाई है। आपको अपनी फोटो लगानी चाहिए।इस काम में सम्बन्धित अधिकारी भी अपना - अपना रोल आरोपी के पक्ष में साबित कर चुके हैं, पर सबसे अहम रोल निभा रहे कांस्टेबल विजय कुमार। विजय कुमार हल्द्वानी कोतवाली में ‘सम्मन’ देने का जिम्मा उठाए हुए हैं, पर ये सम्मन पहुंचाने के अलावा उक्त महिला को फोन करते रहते हैं। मसलन आप तारीख में आएंगी या नहीं, आप किस समय कोर्ट पहुचेंगी वगैरह - वगैरह।

ये सब किस शासनादेश के तहत कह रहे है कांस्टेबल विजय कुमार किसी को कुछ नहीं मालूम।

कितनी हैरतअंगेज बात है कि एक तरफ मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड करोड़ों रूपए के इस्तेहार लगा कर राज्य के लोगों से बेटी के जन्म की जन्मोत्सव के रूप में मनाने और सम्मान एवं आदरपूर्ण व्यवहार अपनाने की अपील कर रहे है और दूसरी तरफ हल्द्वानी के ये पुलिस कर्मी पूरे मिशन का एनकाउंटर करने की मुहिम में जुटे है।

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