सोनीपत में पुलिस ने की बुजुर्ग की निर्मम पिटायी, हाथ-पैर की हड्डी टूटी
पिटाई के बाद पुलिस ने की दबाव डालकर समझौता कराने की कोशिश, जब नहीं माने तो पीड़ित के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया गया, पीड़ित ने बाद में हरियाणा मानवाधिकार आयोग और डीजीपी पुलिस के साथ साथ सीएम को भी दी थी शिकायत...
जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। लॉकडाउन के दौरान सोनीपत में एक बुजुर्ग जय भगवान जब देवीलाल चौक से अपने घर जा रहे थे तो नाके पर खड़ी पुलिस ने चैकिंग के दौरान उनके साथ मारपीट की, जिसमें जय भगवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उनके बाएं हाथ की हड्डी भी टूट गई थी।
उन्हें पुलिस द्वारा इतनी बुरी तरह पीटा गया कि अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराना पड़ा। यहां से उन्हें खानपुर पीजीआई रेफर कर किया गया। पीड़ित न जब पुलिस द्वारा की गयी के खिलाफ शिकायत दी तो मामला दर्ज नहीं किया। इससे परेशान होकर पीड़ित ने डीजीपी, सीएम और हरियाणा मानवाधिकार आयोग को शिकायत दी। हरियाणा मानवाधिकार आयोग ने अब मामले में एसपी को नोटिस जारी किया है।
पीड़ित शख्स जय भगवान सोनीपत में आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं, जिस कारण उनकी पार्टी ने भी इस घटना पर कड़ा रोष जताया और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
हरियाणा मानव अधिकार आयोग को दी गई शिकायत की कॉपी
आम आदमी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता कहते हैं, भाजपा राज में बुजुर्ग के साथ पुलिस द्वारा की गयी मारपीट वाले मामले में मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत तक दर्ज नहीं की गयी थी। अब पुलिस पीड़ित बुजुर्ग पर दबाव डाल रही है कि समझौता कर लिया जाये। जब बुजुर्ग ने समझौता नहीं किया तो उनका 5000 रुपये का चालान काट दिया गया। उन्हें फोन करवाकर डराया-धमकाया जाता है। उन्हें उनकी दुकान बंद करने की धमकी तथा झूठे केस में फंसाने के लिए भयभीत किया जा रहा है, जो सरासर पुलिस की गुंडागर्दी और तानाशाही है।
बुजुर्ग के साथ पुलिस द्वारा मारपीट की घटना 27 अप्रैल की है, मगर पुलिस के खिलाफ शिकायत देने के बाद भी अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया है।
इस मसले पर आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता कहते हैं, पुलिस ने पीड़ित पक्ष को दबाने के लिए हर कोशिश की। घटना के दिन अस्पताल में जब बुजुर्ग की मदद के लिए उनकी पार्टी का कार्यकर्ता विमल किशोर गये तो पीड़ित को खानपुर मेडिकल कालेज ले जाने के लिए एंबुलेंस तक मुहैया नहीं करायी गयी। उसने जब महिला डॉक्टर से इस बाबत बातचीत की तो उसके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि सोनीपत पुलिस पूरी तरह से तानाशाही रवैया अपना रही है। हर आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है, लेकिन उनकी पार्टी इस मामले में चुप नहीं बैठने वाली है। यदि पीड़ित को इंसाफ नहीं मिला तो हम आंदोलन करेंगे, क्योंकि इसके सिवाय अब कोई चारा नहीं रह गया है। मानवाधिकार आयोग की कार्यवाही से उम्मीद बंधी है कि उनके साथ इंसाफ होगा।
इधर पुलिस की ओर से मामले पर कुछ भी नहीं बोला जा रहा है। एसपी कार्यालय ने बताया कि एसपी बाहर है, वह जब आयेंगे तो बातचीत करा दी जायेंगी।