अभी यह जानकारी ठीक—ठीक नहीं है कि वीवीआईपी लिस्ट में राम रहीम को कब शुमार किया गया था। मगर 2015 में राम रहीम ने सरकार के पास खुद को इस लिस्ट में शामिल करने के लिए संपर्क किया था....
साध्वियों के साथ बलात्कार कांड में 20 साल से सजायाफ्ता राम रहीम को हवाई अड्डों पर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जाता था। राम रहीम का नाम हवाई अड्डे का लाउंज इस्तेमाल करने वाले देश के टॉप के वीआईपी में शामिल है।
गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, विदेश सरकारों के प्रमुख, कैबिनेट सचिव और संसद सदस्यों को हवाई अड्डों पर वीआईपी लाउंज का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाती है। यानी हमारा शासन—प्रशासन राम रहीम को देश के टॉप वीआईपी नामों में शामिल करता रहा है।
इस बारे में जब सवाल उठने शुरू हुए तो एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) प्रमुख गुरुप्रसाद मोहपात्रा ने कहा कि यह मामला हमारे नोटिस में आने के बाद हमने एएआई अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे राम रहीम का नाम इस सूची से हटवाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लिखें।
हालांकि अभी यह जानकारी ठीक—ठीक नहीं है कि एएआई के वीवीआईपी लिस्ट में शुमार राम रहीम को कब इस सूची में शामिल किया गया था। मगर 2015 में राम रहीम और योगगुरु से बिजनेस मैन में तब्दील हो चुके रामदेव ने सरकार के पास खुद को इस लिस्ट में शामिल करने के लिए संपर्क किया था।
मगर साथ ही यह भी कहा गया कि तब इन लोगों के प्रस्ताव को सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था, क्योंकि इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों से मंजूरी की आवश्यकता होती है।