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पर्यावरण

बंगाल के तट से शुरु हुआ चक्रवाती तूफान अम्फान का कहर, अब तक 2 लोगों की मौत

Ragib Asim
20 May 2020 1:32 PM GMT
बंगाल के तट से शुरु हुआ चक्रवाती तूफान अम्फान का कहर, अब तक 2 लोगों की मौत
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घास-फूस और मिट्टी के कच्चे घरों में रह रहे कुल 1,48,486 लोगों को निचले इलाकों से निकाल लिया गया है, पिछले दो दिनों में बेहतर देखभाल के लिए 1,885 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है....

जनज्वार। ओडिशा के तटीय जिलों में चक्रवाती तूफान अम्फान ने आज बुधवार 20 मई की शाम होने से पहले तबाही मचानी शुरू कर दी है। चक्रवात के पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने के दौरान तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई है। तूफान की वजह से सैकड़ों पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली व दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को भी काफी नुकसान पहुंचा है।

क्रवात के कारण भद्रक और केंद्रापाड़ा जिलों से दो लोगों की खबर आ रही है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप जेना ने कहा, हमें भद्रक जिले के तिहड़ी में एक बच्चे की मौत की रिपोर्ट मिली है। जिला कलेक्टर ने तहसीलदार, चिकित्सा और पुलिस अधिकारियों की एक टीम भेजी है। सटीक कारण का पता लगाया जाएगा।

केंद्रापाड़ा जिले के सतभाया क्षेत्र में अपने घर में ही एक 67 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई, क्योंकि एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। एसआरसी ने कहा कि मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है।

घास-फूस और मिट्टी के कच्चे घरों में रह रहे कुल 1,48,486 लोगों को निचले इलाकों से निकाल लिया गया है। एसआरसी ने कहा कि पिछले दो दिनों में बेहतर देखभाल के लिए 1,885 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया है।

टीय जिलों में एनडीआरएफ और ओडीआरएएफ की 36 टीमों को तैनात किया गया है। एसआरसी ने कहा, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा और भद्रक जिलों में रूट क्लीयरिंग और रेस्टोरेशन का काम शुरू हो गया है। अधिकांश स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। नुकसान का आकलन भी शुरू हो गया है। ऊर्जा सचिव बिष्णुपद सेठी ने कहा कि उन्हें चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान के बारे में रिपोर्ट मिली है।

सेठी ने कहा, एहतियाती उपाय के रूप में विभाग के पास पहले से ही कार्य बल और बिजली के उपकरण हैं। एक बार जब चक्रवात का प्रभाव कम हो जाएगा तो हम बिजली की आपूर्ति को बहाल करने का प्रयास करेंगे।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात दस्तक देने की प्रक्रिया दोपहर के बाद शुरू हुई। मौसम विभाग ने उपग्रह से चक्रवात की तस्वीरें ली हैं, जिसमें इसके केंद्र में एक आंख जैसी आकृति बनती दिखाई दे रही है। तस्वीर में तूफान की आंख साफ तौर पर देखी जा सकती है। विभाग ने जानकारी दी कि अपराह्न् 2.30 बजे पश्चिम बंगाल में सुंदरवन के पास तूफान के तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हुई, जोकि चार घंटे तक जारी रहने की बात कही गई है। चक्रवात पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तट को पार करेगा।

ईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, चक्रवात की पहली भुजा तट पर पहुंच चुकी है। इसकी आंख के जल्द ही जमीन को छूने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल में 160 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति वाली हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। पश्चिम बंगाल में तट से टकराने के दौरान तेज तूफान के बीच चार से छह मीटर ऊंची लहरें उठेंगी। बंगाल में दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों के निचले इलाकों और पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कुछ हिस्सों में बड़ी लहरों की आशंका है।

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