गार्गी कॉलेज में लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले सभी आरोपियों को मात्र 48 घंटे में 10 हजार के मुचलके पर मिली जमानत
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं वीडियो क्लिप में 6 फरवरी को 'रेवेरी' फेस्ट के दौरान पुरुषों के एक समूह को गेट को तोड़ते हुए दिखाया गया था। गार्गी कॉलेज की छात्राओं का दावा है कि उनके साथ की गयी थी छेड़छाड़ और अभद्रता, लड़कों ने उनके सामने की हदें पार...
जनज्वार। दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते गार्गी कॉलेज में हो रहे एक सांस्कृतिक उत्सव के दौरान छात्रों के साथ हुई सामूहिक छेड़छाड़ के मामले पर दिल्ली पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए 10 लोगों को दिल्ली की एक अदालत ने जमानत दे दी है।
इस मामले पर एक पुलिस अधिकारी का कहना है कॉलेज में हुई छेड़छाड़ के मामले पर सभी आरोपियों को सबूत ना मिलने के कारण रिहा कर दिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अधिकतर 18 से 25 साल की उम्र के लोग थे। इन्हें केवल शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया था।
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अधिकारी का कहना है कि हमारे पास जो सीसीटीवी फुटेज हैं, उसके आधार पर गिरफ्तार किए गए लोगों को कॉलेज का गेट तोड़ते हुए देखा गया था। लेकिन हमारे पास ऐसी कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं है। जिससे पता लगाया जाए सके कि गिरफ्तार किए गए लोग छेड़छाड़ में शामिल थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं वीडियो क्लिप में 6 फरवरी को 'रेवेरी' फेस्ट के दौरान पुरुषों के एक समूह को गेट को तोड़ते हुए दिखाया गया था। छात्रों का दावा है कि उनके साथ कथित तौर पर छेड़छाड़, उत्पीड़न और छेड़छाड़ की गई थी और इस दौरान सुरक्षा अधिकारी केवल मुंह ताकते हुए देख रहे थे। सुरक्षाकर्मियों की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
वहीं घटना पर 10 फरवरी को हौज खास स्टेशन में दर्ज हुई एफआईआर के सिलसिले पर पुलिस ने बताया था कि गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के थे। घटना के दौरान ये लोग कॉलेज के बाहर एकत्र हो गए थे, जिसके बाद इन लोगों ने कॉलेज के बाहर हुड़दग भी मचाया था। इसके अलावा इन्होंने एक गाड़ी का शीशा भी तोड़ा था।
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वहीं घटना पर दक्षिणी दिल्ली के पुलिस आयुक्त ए. ठाकुर ने कहा कि मामले पर काम करने वाली 11 से अधिक टीमों ने उपलब्ध तकनीकी विवरणों की जांच की है और संदिग्धों की पहचान करने के लिए एनसीआर के विभिन्न स्थलों का दौरा भी किया जा रहा है। इस दौरान टीम ने कॉलेज के अधिकारियों से भी बात करते हुए और गिरफ्तारियों की संभावनाएं जताई है। इसके अलावा कई लोगों से पूछताछ कर संदिग्धों की पहचान की जा रही है। सीसीटीवी में कैद फुटेज से पता चलता है कि आरोपी कॉलेज में घुसे थे और उन्होंने तोड़फोड़ भी की थी।
घटना के बाद से गार्गी कॉलेज के छात्रों ने जांच के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट को पेश करने की मांग करते हुए कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है।
इससे पहले भी दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बुधवार को हुई घटना की निंदा कर चुका है। साथ ही पुलिस से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। विश्वविद्यालय ने सभी प्रिंसिपलों को एक एडवाइजरी जारी करते हुए। महिला कर्मचारियों और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्राह किया है।