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राजनीति

अमित शाह के सवाल पर खेल गए अखिलेश यादव, कहा - 'भाजपा वालों ने गलती से अपने ही आदमी पीयूष जैन पर मरवा दी रेड'

Janjwar Desk
28 Dec 2021 5:44 PM IST
UP Election 2022 : टीम के कप्तान, उप कप्तान सहित अबतक घोषित 195 में से 82 प्रत्याशियों की छवि आपराधिक, अखिलेश यादव का भाजपा पर हमला
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव का भाजपा पर फिर हमला

आप लोगों के माध्‍यम से… पत्रकार साथियों के माध्‍यम से… ये प्रचार किया गया कि इत्र बनाने वाला पुष्पराज जैन समाजवादी पार्टी का आदमी है। दोपहर आते-आते पत्रकारों को भी पता चल गया कि समाजवादियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है। यानि अपनी ही चाल में गच्चा खा गए भाजपा वाले।

कानपुर। चुनावी मौसम में उत्‍तर प्रदेश के इत्र कारोबारी पीयूष जैन ( Perfume businessman Piyush Jain ) के यहां छापेमारी के साथ ही जो राजनीति शुरू हुई वो थमने का नाम नहीं ले रही है। अब यह मामला अकूत रुपए की बरामदगी से ज्यादा सियासी दांव-पेचों की वजह से ज्यादा सुर्खियों में है। मंगलवार को एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Union Home Minister Amit Shah ) की ओर से एक सवाल दागना खुद के लिए उलटा पड़ गया। ऐसा इसलिए कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के इस सवाल को सियासी तौर पर खेल गए। इसके साथ ही उन्होंने मुद्दे को ही उलटकर रख दिया। यानि पीयूष जैन को भाजपा का आदमी बता दिया। साथ ही स्पष्ट कर दिया कि पीयूष जैन बीजेपी का आदमी है, सपा ( SP ) का उससे लेना-देना नहीं है।

सरकार से यहां हो गई भूल?

अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) की मानें तो उनका कहना है कि इस मामले में यह समझने की जरूरत है कि सरकार से क्‍या गलती हुई है? दरअसल, गलत जगह छापा मार दिया। बीजेपी ( BJP ) ने अपने ही कारोबारी पर छापा मरवा दिया। उसकी जानकारी निकलवाइए, अगर एक-एक भाजपा नेता का नाम न निकले तो बताइएगा। वो पीयूष जैन… जिनके घर में छापा पड़ा है… जिनके यहां अभी भी नोट निकल रहे हैं… अब तो नोट निकलना बंद हो गए… दीवारों से नोट निकल रहे हैं… बेसमेंट में नोट निकल रहे हैं… उसका जिम्‍मेदार कौन है? असल में इत्र कारोबारी पुष्‍पराज जैन है, गलती से पीयूष जै के यहां छापा मार दिया।

तंज : डिजिटल इंडिया से गलती हो गई - निशाने पर थे पुष्पराज, फंस गए पीयूष जैन

उन्नाव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने शाह के सवालों का जवाब देते हुए यहीं नहीं रुके, उन्होंने पीयूष जैन के घर छापेमारी मामले को एकदम नया मोड़ देते हुए कहा कि वो छापा मारना चाहते थे इत्र वाले के यहां, उसका नाम था पुष्‍पराज जैन। जिनके यहां छापा पड़ा वो हैं पीयूष जैन। लगता है डिजिटल इंडिया की गलती हो गई। पुष्‍पराज जैन ( Pushpraj Jain ) की जगह पीयूष जैन ( Piyush Jain ) निशाने पर आ गए।

मीडिया वाले भी समझ चुके हैं क्या है मामला?

इस बात को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav ) ने कहा - 'पुष्‍पराज जैन ने जो इत्र बनाया था। आप लोगों के माध्‍यम से… पत्रकार साथियों के माध्‍यम से… ये प्रचार किया गया कि वो समाजवादी पार्टी का आदमी है। दोपहर आते-आते पत्रकारों को भी पता चल गया कि समाजवादियों से इसका कोई लेना-देना नहीं है। तो वो भी पलट गए… दोपहर के बाद तक। सुबह तो यही हेडलाइन यही चल रही थी कि समाजवादी पार्टी का इत्र कारोबारी। लेकिन मुझे खुशी है कि दोपहर आते-आते पत्रकार साथी भी समझ गए कि सपा का इससे लेना-देना नहीं है।'

क्या कहते हैं अखिलेश

नटसेल में अखिलेश यादव का कहना है कि इनकम टैक्‍स और जीएसटी डिपार्टमेंट को पुष्‍पराज जैन के यहां छापा मारना था, जो कि इत्र कारोबारी हैं, लेकिन दोनों के नाम में जैन होने के चलते पीयूष जैन के यहां छापा मार दिया। जिनके यहां छापा पड़ा वो बीजेपी वाले निकले।

अमित शाह का अखिलेश से सवाल


इससे पहले मंगलवार को हरदोई में जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) ने सपा पर वार करते हुए कहा - 'समाजवादी पार्टी ABCD ही उल्‍टी है। इनके A का मतलब है - अपराध और आतंक। B का मतलब है- भाई भतीजावाद। C का मतलब है करप्‍शन और D का मतलब है दंगा। शाह ने पूछा - हाल ही की बात है समाजवादी पार्टी के मुखिया के करीबी के पास से इनकम टैक्स की रेड में 250 करोड़ रुपए मिले… सपा मुखिया प्रदेश की जनता को बताएं कि कहां से आया ये पैसा? ये उत्तर प्रदेश की गरीब जनता से लूटा हुआ पैसा है।

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