बंगाल : हमले पर BJP अध्यक्ष नड्डा बोले, बुलेट प्रूफ गाड़ी की वजह से हूं सुरक्षित, ममता राज में अराजकता और असहिष्णुता चरम पर
कोलकाता। कोलकाता से 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर जाते समय भाजपा अध्यक्ष पर हमले की खबर सामने आ रही है। भाजपा की तरफ से आरोप लगाया जा रहा है कि हमला तृणमूल कांग्रेस द्वारा दी गयी।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा है कि वे इसलिए सुरक्षित रहे, क्योंकि उनके पास बुलेट प्रूफ गाड़ी थी, जबकि पथराव के कारण अन्य भाजपा नेताओं के वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जानकारी के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी काफिले पर हुए हमले के दौरान घायल हुए हैं।
पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन दक्षिण 24 परगना जिला में आज गुरुवार 10 दिसंबर को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा, आज मैं यहां आया हूं, तो रास्ते में मुझे जो दृश्य देखने को मिला, वो इस बात को बताता है कि ममता बनर्जी के राज में बंगाल अराजकता और असहिष्णुता का पर्यायवाची बन चुका है। आज मैं यहां पहुंचा हूं तो मां दुर्गा के आशीर्वाद से पहुंचा हूं। टीएमसी के गुंडों ने प्रजातंत्र का गला घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) December 10, 2020
टीएमसी के गुंडों ने प्रजातंत्र का गला घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ी है लेकिन उनकी ये अराजकता अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। ममता जी की सरकार यहां से जाने वाली है, और बंगाल में निश्चित ही कमल खिलने वाला है। pic.twitter.com/rS50mSeTw3
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, कैलाश विजयवर्गीय, राहुल सिन्हा को देखिए, इनकी गाड़ियों को देखिए। मैं तो इसलिए सुरक्षित हूं क्योंकि मेरे पास बुलेट प्रूफ गाड़ी थी। वरना आज कोई ऐसी गाड़ी नहीं थी जिस पर हमला न हुआ हो। ये अराजकता ज्यादा दिन नहीं चलने वाली है, ममता जी की सरकार यहां से जाने वाली है, और बंगाल में कमल खिलने वाला है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में पुलिस और प्रशासन के राजनीतिकरण का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, यहां पुलिस और प्रशासन का राजनीतिकरण हो रहा है। हमें इसे रोकना है और यहां कमल खिलाना है।
यह घटना शिराकोल इलाके के पास हुई, जब नड्डा आज दोपहर डायमंड हारबर के रेडियो स्टेशन ग्राउंड में एक रैली को संबोधित करने के लिए जा रहे थे। सूत्रों ने बताया कि नड्डा जिस बुलेट प्रूफ वाहन में यात्रा कर रहे थे, उस पर तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों ने हमला किया था।
नड्डा के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय और पार्टी नेता अनुपम हाजरा के वाहनों पर भी कथित तृणमूल समर्थकों ने हमला किया, जो पार्टी के झंडे के साथ थे।
नड्डा के काफिले के कारों की विंडशील्ड्स खराब हो गई, क्योंकि उपद्रवियों ने ईंटों, लोहे की रॉड और कांच की बोतलों से हिंसक हमला किया।
हमले में काफिले के सुरक्षा के प्रभारी कुछ केंद्रीय बल के जवान और एक भाजपा समर्थक भी घायल हो गए। आरोप लगाया जा रहा है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं को जबरन उनकी कारों से खींच लिया गया और सभा स्थल तक पहुंचने के दौरान रास्ते में पीटा गया।
भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने कहा, "हमारे काफिले पर तृणमूल समर्थकों की ओर से हमला किया गया था, जिन्होंने नड्डाजी के काफिले पर हिंसक हमला किया। यह जंगलराज के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने काफिले के साथ आए मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया है।"
इससे पहले भाजपा ने आरोप लगाया कि नड्डा को तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा काले झंडे दिखाए गए थे, जब वह बुधवार 9 दिसंबर की शाम को पार्टी के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए कोलकाता के हेस्टिंग्स क्षेत्र में पहुंचे थे।
यह घटना नए खुले भाजपा कार्यालय के बाहर हुई, जब लगभग 50 लोगों ने काले झंडे लहराने की कोशिश की और 'बीजेपी वापस जाओ' के नारे लगाए। इसी दौरान भाजपा कार्यकर्ता भी बाहर आ गए और प्रदर्शनकारियों को जवाबी नारेबाजी के साथ जवाब देने की कोशिश की।
सूत्रों के अनुसार, शिराकोल क्षेत्र में एक राजनीतिक बैठक चल रही थी, जिसमें किसानों के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाई गई। उसी दौरान नड्डा का काफिला क्षेत्र से गुजर रहा था और उन पर हमला कर दिया गया।