'लड़कियां संस्कारी नहीं इसलिए बढ़ रहे रेप' कहने वाले BJP ने कोरोना प्रबंधन पर खोला योगी के खिलाफ मोर्चा
जनज्वार। हाथरस बलात्कार कांड के बाद भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह एकाएक तब चर्चा में आये थे, जब उन्होंने बयान दिया था कि लड़कियां संस्कारी नहीं हैं इसलिए देश में बलात्कार की घटनायें बढ़ रही हैं। अब वही भाजपा विधायक एक बार फिर चर्चा में हैं, मगर इस बार कारण है अपने ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोलना।
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने शुक्रवार 30 अप्रैल को कोरोना प्रबंधन में बदइंतजामी को लेकर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नौकरशाही के जरिये कोविड पर नियंत्रण का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयोग असफल रहा है।
बलिया जिले के बैरिया क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में कहा कि 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नौकरशाही के जरिये कोविड पर नियंत्रण का प्रयोग असफल रहा है।'
भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि, उत्तर प्रदेश में यह व्यवस्था की कमी ही माना जाएगा कि भाजपा के मंत्री व विधायक कोविड का शिकार हो रहे हैं तथा उन्हें समुचित चिकित्सा सुविधा तक नहीं मिल पा रही है। व्यवस्था जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि केंद्रित होनी चाहिए न कि नौकरशाही केंद्रित, लेकिन मुझे दुख है कि देश व सूबे में भाजपा की सरकार होते हुए भाजपा के मंत्री व विधायक दवा के अभाव में मर रहे हैं।
यहां यह बात गौर करने वाली है कि पिछले कुछ दिनों में भाजपा के बरेली जिले के नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से सदस्य केसर सिंह, लखनऊ पश्चिम के विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, औरैया सदर के विधायक रमेश चंद्र दिवाकर की कोरोना पॉजिटिव होने के बाद मौत हो चुकी है, जिसके बाद विधायक महोदय का गुस्सा अपनी ही सरकार पर फूटा है।
हाथरस बलात्कार कांड के बाद भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने बयान दिया था कि 'लड़कियां संस्कारित नहीं हैं, इसलिए बलात्कार बढ़ रहे हैं। रेप जैसी घटनाएं संस्कार से ही रुक सकती हैं, शासन और तलवार से रुकने वाली नहीं हैं। सभी पिता और माता का धर्म है कि अपनी जवान बेटी को संस्कारित वातावरण में रहने, चलने और एक शालीन व्यवहार प्रस्तुत करने का तरीका सिखायें। यह सबका धर्म है, मेरा भी धर्म है, सरकार का भी धर्म है लेकिन परिवार का भी धर्म है। जहां सरकार का धर्म रक्षा करने का है वहीं परिवार का भी धर्म है कि बच्चों में संस्कार डाले। सरकार और संस्कार मिलकर देश को सुंदर रूप दे सकते हैं। दूसरा कोई सामने आने वाला नहीं है।'