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Godse Competition In Gujarat: गांधी के गुजरात में गोडसे को बताया हीरो, स्कूल में 'माई आइडियल नाथूराम गोडसे' सब्जेक्ट पर कॉम्पिटिशन

Janjwar Desk
16 Feb 2022 7:07 PM IST
Godse Competition In Gujarat: गांधी के गुजरात में गोडसे को बताया हीरो, स्कूल में माई आइडियल नाथूराम गोडसे सब्जेक्ट पर कॉम्पिटिशन
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Godse Competition In Gujarat: गांधी के गुजरात में गोडसे को बताया हीरो, स्कूल में 'माई आइडियल नाथूराम गोडसे' सब्जेक्ट पर कॉम्पिटिशन

Godse Competition In Gujarat: गुजरात (Gujarat) के वलसाड जिले के एक प्राइवेट स्कूल में वाद-विवाद कॉम्पिटिशन (Debate Competition) किया गया। जहां डिबेट के लिए तीन विषय तय किए गए, जिसमें से एक था ‘माई आइडियल नाथूराम गोडसे’ (My Ideal Nathuram Godse)।

Godse Competition In Gujarat: गुजरात (Gujarat) के वलसाड जिले के एक प्राइवेट स्कूल में वाद-विवाद कॉम्पिटिशन (Debate Competition) किया गया। जहां डिबेट के लिए तीन विषय तय किए गए, जिसमें से एक था 'माई आइडियल नाथूराम गोडसे' (My Ideal Nathuram Godse)। सोमवार को हुई इस प्रतियोगिता में पहला प्राइज जीतने वाले बच्चे ने इस सब्जेक्ट पर बोलते हुए गांधी जी की बुराई की और गोडसे को अपना आदर्श बताया था। जिसे लेकर अब हंगामा शुरू हो गया है।

इस स्कूल कॉम्पिटिशन के विषय को लेकर लोग काफी निराश हैं। अब इसे लेकर कार्रवाई की मांग की जा रही है। मुख्य बात यह है कि कक्षा 5 से कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए इस विषय का चयन स्थानीय स्तर पर सरकारी अधिकारियों ने ही किया था। बवाल होने के बाद वलसाड की जिला खेल अधिकारी मीताबेन गवली को निलंबित कर दिया गया है।


यह प्रतियोगिता कुसुम विद्यालय में आयोजित की गई थी। जब विवाद बढ़ा तो स्कूल की संचालिका अर्चनाबेन देसाई ने पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि जिले में यह प्रतियोगिता बाल प्रतिभा शोध कार्यक्रम के तहत आयोजित की गई थी। इसकी पूरी प्लानिंग सरकारी जिला खेल कार्यालय ने तैयार की थी। प्रतियोगिता के लिए हमारे स्कूल ने सिर्फ अपनी जगह दी, हमने वही किया जो जिला खेल कार्यालय की तरफ से आदेश में कहा गया था।

अर्चना बेन ने कहा कि उनके स्कूल को इस प्रतियोगिता के टॉपिक की जानकारी नहीं दी गई थी। प्रतियोगिता के 24 घंटे पहले ही उन्हें इसके आयोजन की जानकारी मिली थी। इसमें तीन विषय रखे गए थे। पहला 'माई आइडियल नाथूराम गोडसे' दूसरा 'मुझे आकाश में उड़ते पक्षी पसंद हैं' और तीसरा 'वैज्ञानिक बनने के बाद भी अमेरिका न जाऊं'। जिस पर बच्चों को अपने विचार रखने थे।

वहीं जब इसको लेकर कलेक्टर क्षिप्रा से बात की गई तो उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि यह उनका नहीं खेल विभाग का मामला है। यह मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। अब जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ खेल विभाग ही एक्शन लेगा। वहीं हंगामा बढ़ने पर जिला खेल अधिकारी मीताबेन गवली को सस्पेंड कर दिया गया है। राज्य के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने भी इसको लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के बाद जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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