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राजनीति

Gorakhnath Temple Attack : मुर्तजा के मुद्दे पर अखिलेश यादव बोले - उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं तो केशव मौर्या ने दे दी ये हिदायत

Janjwar Desk
7 April 2022 7:38 AM GMT
Gorakhnath Temple Attack : मुर्तजा के मुद्दे पर अखिलेश यादव बोले -  उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं तो केशव मौर्या ने दे दी ये हिदायत
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य। 

Gorakhnath Temple Attack : अखिलेश यादव ने कहा है कि मुर्तजा के पिता के हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थीं। जांच एजेंसी को इस पहलू को भी देखना पड़ेगा। भाजपा तो वह पार्टी हैं जो न जाने हर बात को कितना खींच देती है।

Gorakhnath Temple Attack : गोरखनाथ मंदिर पर हमले और मुर्तजा के खिलाफ जारी कार्रवाई को लेकर सत्ताधारी भाजपा ( BJP ) और समाजवादी पार्टी ( Samajwadi Party ) आमने-सामने आ गई है। इस मुद्दे पर कन्नौज में अखिलेश यादव ( Akhilesh yadav ) ने अहमद मुर्तजा अब्बासी ( Ahmed Murtaza Abbasi ) के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखने की जरूरत बताते हुए भाजपा पर इस घटना को बेवजह खींचने का आरोप लगाया था। इस बयान के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ( Keshav Prasad maurya ) ने पलटवार किया है।

डिप्‍टी सीएम केशव मौर्य ने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश तुष्टिकरण की राजनी‍ति कर रहे हैं। केशव मौर्य ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में हमला करने वाला आतंकवादी है। अपराधी जांच और तथ्यों के आधार पर जांच एजेंसी तय करेगी लेकिन मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति ने अखिलेश यादव का बयान जनता की सुरक्षा का मजाक बनाने जैसा है। आतंकवादी, अपराधी कौन है, यह सपा नहीं तय करेगी।

सपा अध्यक्ष ने क्या कहा

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर के मंदिर के बाहर सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के मुद्दे को भाजपा पर बेवजह खींचने का आरोप लगाया था। उन्होंने 6 अप्रैल को कन्नौज में मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा था कि अभी तक जो जानकारी आ रही हैं और उसके मुर्तजा के पिता ने जो कहा है उसके हिसाब से उसे दिमागी समस्याएं थी, उसके साथ बाइपोलर इश्यूज भी जुड़ें हैं। मुझे लगता है, वह पहलू भी देखना पड़ेगा। भाजपा तो वह पार्टी हैं जो बात को न जाने कितना खींच देती है।

केशव ने पलटकर दिया ये जवाब

उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पर अखिलेश यादव के बयान को लेकर कहा है कि समाजवादी पार्टी आतंकवादियों का समर्थन करती है। ये जल्द ही समाप्त पार्टी बन जाएगी। पहले भी सपा से आतंकवादियों के लिंक पाए गए हैं। 2013 में सपा सरकार ने आतंकियों के केस वापस ले लिए थे। गोरखनाथ मंदिर में हमला बेहद गंभीर मामला है। सुरक्षाकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

गृह सचिव ने बताया आतंकी साजिश

वहीं यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गोरखनाथ मंदिर पर जानलेवा हमले की घटना को आतंकी साजिश बताया है। उन्होंने कहा है कि हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से बरामद लैपटॉप व मोबाइल फोन से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं उससे साफ है कि ये आतंकी घटना हो सकता है। फिलहाल, अब्बासी के खिलाफ गोरखनाथ थाने में धार्मिक उन्माद फैलाने, भय पैदा करने, सरकारी लोकसेवक पर हमला करने, हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में दो केस दर्ज किए गए हैं।

ISIS, अल कायदा और अंसार गजवा वा तुल से हैं जुडें मुर्तजा के ताड़

गोरखनाथ मंदिर पर हमले के मामले में अभी तक की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। एटीएस के मुताबिक अहमद मुर्तजा अब्बासी आईएसआईएस, अल कायदा और अंसार गजवा वा तुल के नेटवर्क से जुड़ा है। वह एक स्लीपर सेल की तरह काम कर रहा था। मुर्तजा का मकसद निजाम ए मुस्तफा लाना है। यह भारत में भी काफी समय से सक्रिय है। गोरखपुर मंदिर पर हमले के मामले में अब तक की जांच में सामने आया है कि मुर्तजा आतंकी संगठनों से जुड़ा स्लीपर सेल हो सकता है। मुर्तजा खुद एक केमिकल इंजीनियर है। उसने एक ऐप भी डेवलप किया था। एटीएस को आशंका है कि इस ऐप का इस्तेमाल कर वह आतंकी स्लीपर सेल नेटवर्क को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा था।

PAK जासूस की जांच में भी मुर्तजा का नाम आया था सामने

जांच एजेंसियों को मुर्तजा पर पाक जासूस से भी जुड़े होने का शक है। दरअसल, दो साल पहले एटीएस ने गोरखपुर के एक जासूस को दबोचा था, जो हनीट्रैप का शिकार होकर 2014 और 2018 में पाकिस्तान भी गया था। यहां आने के बाद उसने एयरपोर्ट, गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के कई महत्वपूर्ण स्थानों को नक्शे पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं को भेजे थे। इसी जांच के दौरान मुर्तजा का नाम भी सामने आया था। एटीएस उसे तभी से ट्रैक कर रही थी, लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने की जवह से टीम उसे दबोच नहीं सकी। अब उसने वारदात को अंजाम दे दिया। मुर्तजा के पिता ने भी यह खुलासा किया कि 2 अप्रैल को एटीएस वाले उसके घर मुर्तजा के बारे में पूछने गए थे। इसके बाद वो नेपाल भाग गया था।

आतंकी साजिश होने के पीछे ये है वजह

गोरखनाथ मंदिर ( Gorakhnath Temple Attack ) पर हमले के बाद मुर्तजा ने खुद कहा था कि पुलिस उसे गोली मार दे। यदि यह सही है तो वह गोरखनाथ मंदिर ही क्यों गया? मंदिर के ठीक सामने ही थाना है, वहां भी पुलिस कर्मी रहते हैं। सिर्फ पुलिस से मरना ही उसकी चाहत थी तो एक हमले के बाद वह शांत हो जाता, उसने सिपाहियों पर ताबड़तोड़ कई वार क्यों किए? मंदिर परिसर में जाने के लिए पुलिसकर्मियों को निशाना बनाने की कोशिश क्यों की? घटनास्थल से मिले बैग से एक और बांका, लैपटॉप, पैन ड्राइव भी मिली है। यह गैर इरादतन कैसे हो सकता है? यदि उसे पुलिस के हाथों मरना ही था तो पकड़े जाने से पहले तक बचने की कोशिश क्यों की?

आतंकी बनने की ऑनलाइन ट्रेनिंग ले रहा था मुर्तजा

बता दें कि रविवार यानि तीन अप्रैल को मुर्तना ने गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया था। हमले के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। अब इस मामले की जांच कई एंगल से जारी है। इसमें आतंकी साजिश का एंगल सबसे बड़ा है। आतंकी इसलिए कि आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी कट्टरपंथी बनने की ऑनलाइन ट्रेनिंग ले रहा था। वो खुद को धर्म के नाम पर कुर्बानी देने वाला समझने लगा था। हाल के दिनों में अब्बासी नेपाल, कोयंबटूर और लुंबिनी भी गया था। मुर्तजा के पास से कई बैंकों के एटीएम कार्ड भी मिले हैं। अपने घर पर वह एयर गन की प्रैक्टिस भी करता था।

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