Political News : हरक चाह रहे कांग्रेस में वापसी लेकिन हरीश रावत लगा रहे अड़ंगा, अब पंगा सलटाने की पहल !
(क्या हरक सिंह रावत और हरीश रावत के बीच हो पाएगी सुलह ?)
सलीम मलिक की रिपोर्ट
Political News : गुजरे जमाने में कांग्रेस के हैवीवेट नेता हरीश रावत (Harish Rawat) के साथ एक ही नाव में सवारी करने के दौरान पलटी मारकर भाजपाई जहाज पर सवार हुए हरक सिंह रावत (Haram Singh Rawat) के बीच लम्बे समय से चल रहे शीत युद्ध के दौरान हरक के नरम होते तेवर के बाद एक बार फिर दोनों महारथियों में प्रदेश की हालिया आपदा ने बर्फ पिघलाने का काम कर दिया है।
आपदाग्रस्त चुकुम गांव (Chukum Village) के भयावह हालात देखकर हरीश रावत ने वर्तमान सरकार में वन मंत्री के ओहदेदार हरक से बात करते हुए इन इलाकों के लिए उनसे खास मदद मांगी। इस बातचीत के सूत्रधार बने कांग्रेस प्रदेश गणेश गोदियाल (Ganesh Godiyal) के फोन से हुई इस बातचीत में खास बात मौके पर मौजूद यशपाल आर्य का शामिल होना रहा।
हरीश रावत व हरक सिंह रावत के बीच जुबानी जंग चरम पर होने के बाद जहां महज दो दिन पहले ही हरक सिंह रावत ने मीडिया के समक्ष हरीश रावत से माफी मांगते हुए भविष्य में किसी भी टिप्पणी से बचने की बात कही थी।
तो वहीं आज आपदाग्रस्त इलाके में निरीक्षण पर निकले कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपने फोन से मंत्री हरक सिंह रावत को फोन लगाकर हरीश रावत की बात करवाते हुए इस दुख की घड़ी में सबकी मदद करने की अपील की। गोदियाल ने इसके साथ ही फोन पर ही हरक सिंह रावत की यशपाल आर्य से भी फोन पर बात करा दी।
आपको बता दें कि हरीश रावत और हरक सिंह रावत के बीच में कांग्रेस छोड़ने के बाद से ही 36 का आंकड़ा चल रहा है। कांग्रेस कल्चर के हरक सिंह रावत व अन्य नेता एक वक्त में गर्मी दिखाते हुए भाजपा में चले गए थे। लेकिन जल्दी ही उन्हें मालूम पड़ गया कि इस बार उन्होंने दही के चक्कर में चूना चाटकर अपना मुंह जला लिया है।
हालांकि, विजय बहुगुणा के अलावा बाकी लोगों ने तत्कालिक तौर पर भाजपा में एडजस्ट होने की कोशिश में अपने खड़े होने लायक जगह तो बना ली, लेकिन पराये घर की असहजता उनका साथ नहीं छोड़ रही है। इसी वजह से उत्तराखण्ड में "राजनैतिक घर वापसी" अभियान जोरों पर चल रहा है।
कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य के बाद से इस अभियान ने जोर पकड़ा है। अब हरक सिंह रावत कांग्रेस में वापसी करना चाहते हैं लेकिन हरीश रावत अड़ंगा अड़ा रहे हैं ऐसे में दो दिन पहले हरक ने एक बयान देकर हरीश रावत से अपना पंगा सुलटाने की पहल की थी।
हरक की इस पहल के बाद आपदा के बहाने चुकुम गांव में हुआ दोनों के बीच यह संवाद बेहद दिलचस्प तो है ही उत्तराखंड की राजनीति में एक उथलपुथल की सुगबुगाहट भी।
संवाद की शुरुआत में ही जब हरीश कह रहे हैं कि "आपदा में तो सांप-नेवले भी एक साथ आ जाते हैं, हम तो फिर भी भाई हैं", इसके बाद उत्तराखंड की सियासत में एक बार फिर हलचल होना तो तय है। एक दूसरे पर लगातार वार करने वाले दोनों नेताओं के बीच आपदा के बहाने पिघलती बर्फ से राजनीतिक गलियारों में होने वाले धमाके में शायद ज्यादा समय नहीं बचा।
आप वीडियो में देख चुके हैं कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने फोन पर दोनों की बातचीत कराई, साथ ही यशपाल आर्य ने भी हरक सिंह रावत से फोन पर बातचीत करते हुए जल्द मिलने की बात कही है। हालांकि यह फोन कॉल आपदा प्रभावितों की मदद के सिलसिले में किया गया है, लेकिन यह बातचीत की शुरुआत और इसके कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।