Harish Rawat : अब तपती दोपहर की धूप में उपवास की चेतावनी दी हरीश रावत ने, धामी सरकार के इस फैसले को बताया महापाप
Harish Rawat : अब तपती दोपहर की धूप में उपवास की चेतावनी दी हरीश रावत ने
Harish Rawat : चुनावी हार के बाद से ही अपनी पार्टी नेताओं के साथ बयानबाजी में उलझे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने अब भरी दोपहर में उपवास पर बैठने की चेतावनी दी है। राज्य में तीन साल से खाली पड़े पदों को सीधे समाप्त ही किये जाने के फैसले से नाराज रावत ने खाली पदों को समाप्त करने के निर्णय को महापाप बताया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) से पंचम राज्य वित्त आयोग की सिफारिश को रद्द करने का अनुरोध किया है। एक सप्ताह में सिफारिश रद्द न होने पर उन्होंने तपती धूप में उपवास करने की चेतावनी दी है।
अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि यह हजारों बेरोजगारों की आशाओं पर कुठाराघात है। अब भी कुछ नहीं बिगड़ा है, इस सिफारिश को रद्द किया जाए। इसके लिए सरकार को एक सप्ताह का समय दिया जाता है। यदि इस बीच इसे निरस्त न किया गया तो वह तेज धूप में दोपहर 12 बजे से एक बजे तक उपवास पर बैठेंगे। ताकि सरकार को बेरोजगारों के दर्द का कुछ एहसास हो सके।
एक तरफ जहां हरीश रावत ने बेरोजगारी (Unemployement) से जुड़े इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है तो दूसरी ओर पति पत्नी को वृद्धावस्था पेंशन पर धामी को शाबाशी भी दी है। हरीश रावत ने पति-पत्नी दोनों को वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने के निर्णय पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाते हुए भी एक पोस्ट की है।
जिसमें उन्होंने लिखा है कि "शाबाश पुष्कर सिंह धामी वृद्धावस्था पेंशन का यह निर्णय स्वागत योग्य है।
मुख्यमंत्री धामी ने ऐसा कर अपने पूर्व मुख्यमंत्रियों के पाप कुछ सीमा तक धो दिए हैं। कांग्रेस सरकार के समय में यह पेंशन पति-पत्नी दोनों को दिए जाने का निर्णय लिया गया था। हजारों लोग इससे लाभान्वित हो रहे थे। लेकिन भाजपा सरकार ने केवल एक परिवार-एक पेंशन का नियम लागू कर हजारों महिलाओं से उनकी पेंशन छीन ली।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन से ऐसी पात्र महिलाओं की पेंशन बंद हुई है, उसको उसी दिन से फिर से शुरू किया जाए। यदि मुख्यमंत्री इसके एरियर का भुगतान करें तो वह आगे बढ़कर न केवल उनका धन्यवाद देंगे बल्कि सीएम धामी को माला पहनाने भी जाएंगे।