Jagdeep Dhankhar : जगदीप धनखड़ होंगे NDA की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
Jagdeep Dhankhar : जगदीप धनखड़ होंगे NDA की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात
Jagdeep Dhankhar : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भाजपा ने अपना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया है। दिल्ली में आयोजित भाजपा संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जानकारी दी कि एनडीए की तरफ से जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। गौरतलब है कि धनखड़ के नाम पर जिस बैठक में मुहर लगी थी, उसमें पीएम मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा और भी कई वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल हुए थे।
धनखड़ के नाम पर NDA की तरफ से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की मुहर लगने के बाद PM मोदी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया है, "मुझे खुशी है कि जगदीप धनखड़ हमारे (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। मुझे यकीन है कि वे राज्यसभा में उत्कृष्ट अध्यक्ष होंगे और राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सदन की कार्यवाही का मार्गदर्शन करेंगे।"
Kisan Putra Jagdeep Dhankhar Ji is known for his humility. He brings with him an illustrious legal, legislative and gubernatorial career. He has always worked for the well-being of farmers, youth, women and the marginalised. Glad that he will be our VP candidate. @jdhankhar1 pic.twitter.com/TJ0d05gAa8
— Narendra Modi (@narendramodi) July 16, 2022
उपराष्ट्रपति पद के लिए 19 जुलाई को नामांकन की आखिरी तारीख है। 6 अगस्त को वोटिंग के बाद काउंटिंग होगी और उसी दिन यह भी तय हो जायेगा कि उपराष्ट्रपति पद का ताज किसके सिर सजेगा। हालांकि यह पहले से ही तय है कि धनखड़ ही इस बार उपराष्ट्रपति के पद पर सुशोभित होंगे।
गौरतलब है कि भाजपा 70 वर्षीय जगदीप धनखड़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल मनोनीत किया था 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा सांसद रहे धनखड़ 1989 से 1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। उनकी छवि भाजपा के जाट नेता के बतौर स्थापित है।
ये वही जगदीप धनखड़ हैं, जिन्होंने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के लिए सीधे सीधे ममता बनर्जी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। राज्यपाल के बतौर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उनकी टक्कर अक्सर मीडिया की सुर्खियों में रही है। 21 जून 2021 को जब धनखड़ उत्तर बंगाल दौरे पर थे, उस समय उन्होंने सीधे सीधे कहा था कि लोग मर रहे हैं, ऐसे में मैं गवर्नर हाउस में कतई नहीं बैठूंगा। इतना ही नहीं वह ममता बनर्जी को सरेआम झूठा भी ठहरा चुके हैं। यह मामला उस समय का है जब यास से मची भयानक तबाही के बाद पीएम मोदी ने बंगाल में मीटिंग आयोजित की थी, मगर उसमें ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं।
ममता के साथ धनखड़ का विवाद इस हद तक बढ़ चुका था कि दिसंबर 2021 में टीएमसी ने उन्हें राज्यपाल पद से हटाये जाने की मांग तक रख दी। TMC के 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर धनखड़ को हटाने का निवेदन करते हुए कहा था, संविधान की धारा 156 की उपधारा 1 के तहत हमने राज्यपाल को हटाने की अपील की है, क्योंकि उन्होंने संविधान का पालन नहीं किया। सुप्रीम कोर्ट का आदेश भी नहीं माना, लेकिन उन्हें नहीं हटाया गया।