हर भारतवासी की सहमति से हो रहा राम मंदिर का निर्माण - कमलनाथ
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का स्वागत करते हुए यहां शुक्रवार को कहा कि राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बयान जारी कर कहा, 'मैं अयोध्या में राममंदिर निर्माण का स्वागत करता हूं। देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राम मंदिर का निर्माण हर भारतवासी की सहमति से हो रहा है, ये सिर्फ भारत में ही संभव है।'
ज्ञात हो कि आगामी पांच अगस्त को अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए भूमि-पूजन होने वाला है। इसको लेकर आमजन में उत्साह है। वहीं कांग्रेस ने भी राम मंदिर के निर्माण का स्वागत किया है और कहा है कि 'भूमिपूजन' के लिए अतिथि सूची पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए और ट्रस्ट को यह अधिकार है कि वह जिसे चाहे आमंत्रित कर सकता है।
एक सवाल के जवाब में पार्टी के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करती है।'
उन्होंने आगे कहा, 'नींव डालने के समारोह सहित लोगों को आमंत्रित करने का अधिकार ट्रस्ट को है।' राम मंदिर के लिए भूमिपूजन में सिर्फ पांच दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट ने आयोजन के लिए अयोध्या के और संतों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया है।
कोविड-19 महामारी के कारण ट्रस्ट ने शुरू में इस समारोह के लिए सिर्फ 200 लोगों को आमंत्रित करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब राम जन्मभूमि में भगवान राम की जीवन यात्रा संबंधी प्रदर्शनी लगाने का प्रस्ताव रद्द कर दिया गया है और उस प्रदर्शनी के स्थान पर ही 600 और संतों के बैठने की व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर कुर्सियां रखी जाएंगी। अयोध्या के विभिन्न अखाड़ों और मठों ने ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के समक्ष इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी।
महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा, 'राम मंदिर के लिए भूमिपूजन एक ऐतिहासिक क्षण है। संतों ने समारोह में शामिल होने का अनुरोध किया है। ऐसी संभावना है कि और अधिक संतों को समारोह में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।'