Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

Kumaraswamy Reply Rahul Gandhi: कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने क्यों कहा - राहुल गांधी को है क्षेत्रीय दलों से 'फोबिया'

Janjwar Desk
17 May 2022 8:01 AM GMT
Ideological commitment Regional parties : कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने क्यों कहा - राहुल गांधी को है क्षेत्रीय दलों से फोबिया
x

Ideological commitment Regional parties : कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने क्यों कहा - राहुल गांधी को है क्षेत्रीय दलों से 'फोबिया'

Kumaraswamy Reply Rahul Gandhi: क्या मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 और -2 सरकारों में 10 साल तक एक ही डीएमके के साथ सत्ता साझा करना एक वैचारिक प्रतिबद्धता है?

Kumaraswamy Reply Rahul Gandhi: कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर क्षेत्रीय दलों के खिलाफ की गई टिप्पणी समने आने के बाद निशाना साधा है। जेडीएस नेता ने एचडी कुमारस्वामी ने एक दिन पहले राहुल गांधी की ओर से क्षेत्रीय पार्टियों पर आलोचनात्मक टिप्पणियों के लिए कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों के भय का सामना करना पड़ रहा है।

DMK साथ सत्ता साझा करना कांग्रेस की वैचारिक प्रतिबद्धता है?

कर्नाटक के पूर्व सीएम ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें क्षेत्रीय दलों को लेकर अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से खुलासा करने की जरूरत है। साथ ही ये भी कहा कि देश के अधिकांश हिस्सों में राष्ट्रीय पार्टी की कोई उपस्थिति नहीं है। कांग्रेस ( Congress ) ने आई के गुजराल के नेतृत्व वाली संयुक्त मोर्चा सरकार को गिरा दिया था। उन्होंने संयुक्त मोर्चा सरकार से मांग की थी कि पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या में द्रविड़ पार्टियों की लिट्टे के साथ संबंधों देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर रखा जाए। जबकि बाद के वर्षों में उन्हीं पार्टियों से कांग्रेस ने सौहार्दपूर्ण और सियासी रिश्ते बढ़ाए। पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ( HD Kumarswamy ) ने एक ट्वीट में सवाल किया कि क्या मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 और -2 सरकारों में 10 साल तक एक ही डीएमके ( DMK ) के साथ सत्ता साझा करना एक वैचारिक प्रतिबद्धता ( Ideological commitment ) है?

Congress ने क्षेत्रीय दलों के दम पर 10 साल तक सत्ता का आनंद उठाया

बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी के "चिंतन शिविर" में राहुल गांधी ने अपने संबोधन में दावा किया था कि क्षेत्रीय दल भाजपा और आरएसएस से नहीं लड़ सकते क्योंकि उनके पास विचारधारा की कमी है। कांग्रेस उनसे लड़ सकती है। राहुल गांधी का दावा है कि अकेले कांग्रेस में भाजपा को हराने की ताकत है, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें (राहुल) यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी ने क्षेत्रीय दलों के बल पर 10 वर्षों तक सत्ता का आनंद लिया।

Rahul Gandhi न करें विचारधारा की बात

कांग्रेस ( Congress ) की नीति और रीति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या पिछले दरवाजे से अनैतिक ऑपरेशन लोटस के लिए हाथ मिलाना, गठबंधन के प्रस्ताव के साथ जेडीएस के दरवाजे पर आना और हमारे साथ गठबंधन सरकार बनाना एक वैचारिक प्रतिबद्धता है? गठबंधन सहयोगियों को नष्ट कर रहा है? क्या यह विचारधारा पर आधारित राजनीति है? राहुल गांधी विचारधारा की बात न करें तो अच्छा है।

क्षेत्रीय दलों से खौफ खाती है कांग्रेस

Ideological commitment Regional parties : पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ( HD Kumarswamy ) का कहना है कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के भय का सामना कर रही है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा जैसे अधिकांश राज्यों में इसकी कोई उपस्थिति नहीं है। कांग्रेस कर्नाटक में अपने अंतिम दिनों में है। बेहतर होगा कि राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) इसे समझें।

Next Story

विविध