चुनाव आयोग ने बंगाल में BJP नेताओं के प्रचार पर लगाई रोक तो पालतू मीडिया बोली मोदी ने रद्द की रैलियां
जनज्वार ब्यूरो, नई दिल्ली। कल की 22 अप्रैल को देश के गृहमंत्री अमित शाह ने टीवी और शोसल मीडिया पर विज्ञापन फैलाकर बंगाल में तीन-तीन रैलियां की हैं। इसके ठीक बाद चुनाव आयोग ने भाजपा नेताओं की रेलियों पर रोक लगा दी है। एक भाजपा ही नही बंगाल में अब कोई भी पार्टी व उसका नेता प्रचार नहीं करेगा। मोदी जी ने तुरंत तुरूप का पत्ता फेंका कि वह रैली में ना जाकर हाई लेवल मीटिंग करेंगे।
Tomorrow, will be chairing high-level meetings to review the prevailing COVID-19 situation. Due to that, I would not be going to West Bengal.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 22, 2021
प्रधानमंत्री मोदी के आए इस ट्वीट के बाद भक्त गोदी मीडिया ने आनन-फानन में स्टैंड लेना शुरू कर दिया। कई जगह दनादन खबरें चलने लगीं की मोदी ने बंगाल रैलियों को रद्द कर दिया है। वह अब देशवासियों के लिए एक हाईलेवल मीटिंग बिठाने जा रहे हैं। इस तरह बिफरकर यह हवा बनाने वाली मीडिया को यह भी बताना चाहिए था की मोदीजी को देश की चिंता ठीक उसी वक्त क्यों आई जब चुनाव आयोग ने अड़ंगा लगाया।
अदालतों को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार विप्लव अवस्थी कहते हैं कि 'जाग गया भाई जाग गया, चुनाव आयोग जाग गया। वाह क्या बात है। इधर चुनाव आयोग ने 22 अप्रैल की शाम 7 बजे से चुनाव सभा, रैली, प्रचार करने से रोक लगाई, उससे पहले ही पीएम साहब ने ये एलान कर दिया कि "कल कोविड पर बैठक में शामिल होंगे, इसलिए बंगाल नहीं जाऊंगा। ओ बेटा जी, भक्तों को छोड़ दो सबको उल्लू समझा है क्या?
देश में तीन लाख कोरोना संक्रमितों की संख्या होने सहित अब तक हजारों की तादाद में लोगों की मौतें हो चुकी हैं। ऐसे में चुनाव आयोग की लगाई रोक के बाद मोदीजी अपनी झेंप, झिझक मिटाने के लिए अब फिर से देशवासियों की तरफ लौट रहे हैं। देश की राजनिती ने अब से पहले शायद ही इतनी बड़ी निर्लज्जता वाले राजनेता देखे हों। जिनके होश भी आता है तो नश्तर चुभाने के बाद।