गंदी नाली का कीड़ा से लेकर नशेड़ी तक प्रधानमंत्री मोदी को अब तक मिली 50 गालियां #Mautkasaudagar
जनज्वार ब्यूरो, नई दिल्ली। देश की आजादी के बाद पीएम मोदी भारत के अबतक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री के रूप में गिने जाते हैं। पीएम मोदी को कांग्रेस नेता गाली देने का कोई मौका नहीं छोड़ते। मुमकिन है अब देश की जनता भी पीएम को कुछ ऐसे ही शब्दों से नवाज रही है। देश में कोरोना के कहर से चिताएं जल रही हैं तो मोदी बंगाल जीतने में मशरूफ हैं। कल से ट्वीटर पर बाकायदा मोदी के लिए मौत का सौदागर हैशटेग टॉप ट्रेंड कर रहा है।
पीएम मोदी को गरियाने की नींव 2009 में कांग्रेस नेता बीके हरिश्चंद्र ने रखी थी। उन्होने सबसे पहले मोदी को गंदी नाली का कीड़ा कहा था। जिसके बाद 17 अगस्त 2013 को गुलाम नबी आजाद ने मोदी को गंगू तेली कहा। वो अलग बात है की संसद से गुलाम नबी की सदस्यता खत्म होते समय मोदी वोटों की गणित साधने के लिए भावुक हुए थे। 14 जुलाई 2013 को बेनी प्रसाद वर्मा ने पीएम मोदी को पागल कुत्ता कहा था। तब मोदी पीएम बनने की रस्साकसी कर रहे थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मोदी को 13 जून 2013 को भष्मासुर की उपाधी से नवाजा था। जिसके बाद सलमान खुर्शीद ने उन्हें 8 जून 2013 को बदर तक कह डाला। कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी ने 7 जून 2013 को मोदी को नमोनिटिस वायरस कहा तो इसी दिन यानी 7 जून को शांताराम नाईक ने मोदी को हिटलर व पोल पोट बताया। 2009 में रिजवान उस्मानी ने मोदी को बदतमीज और नालायक बेटा कहकर संबोधित किया था।
नवंबर 2012 में अर्जुन मोडवाडिया ने तब के गुजरात मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को असफल पति बताया था। 2012 में कांग्रेस सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री रहे मनीष तिवारी ने मोदी को दाउद इब्राहिम की संज्ञा दी थी। 2012 में ही हुसैन दलवाई ने उन्हें चूहा कहा था। अक्टूबर 2012 में अर्जुन मोडवाडिया ने पीएम को बंदर व रैबीज से पीड़ित व्यक्ति बताया था, जिसके बाद नवंबर 2012 में सोमाजी पटेल ने मोदी को घांची कहा।
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने नवंबर 2012 मे मोदी को लहू पुरूष और असत्य का सौदागर बताया था। तो वहीं एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 13 जून 2012 को मोदी की तुलना रावण से की थी। 3 मार्च 2013 को मणिशंकर अय्यर ने मोदी को सांप, बिच्छू और गंदा आदमी बताया था। कांग्रेस अध्यछ सोनिया गांधी ने 2007 को पीएम मोदी को मौत का सौदागर कहा था। सोनिया गांधी ने ही 1 फरवरी 2014 को उन्हें जहर बोने वाला आदमी बताया था।
इमरान मसूद ने 28 मार्च 2014 को कहा था कि मोदी के टुकड़े-टुकड़े कर देंगे। 16 मई 2016 को राशिद अल्वी ने मोदी को मोस्ट स्टुपिड पीएम कहकर संबोधित किया था। कांग्रेस अध्यछ राहुल गांधी ने 6 अक्टूबर 2016 को पीएम को जवानो के खून का दलाल बताया था। जिसके बाद वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने 16 सितंबर 2016 को गद्दाफी, मुसोलिनी व हिटलर बताया था। 8 सितंबर 2017 को दिग्विजय सिंह ने अपमानजनक ट्वीट किया था।
17 सितंबर 2017 को मनीष तिवारी ने चूतिया को भक्त और भक्तों को चूतिया बताया था। 21 नवंबर 2017 को एक मैग्जीन में मोदी के खिलाफ छपा ट्वीट विवादित हो गया था। आनंद शर्मा ने 27 नवंबर 2017 को मोदी को मानसिक बीमार बताया था। इसके बाद 7 दिसंबर 2017 को मणिशंकर अय्यर ने उन्हें नीच किस्म के आदमी की संज्ञा दी थी। 9 दिसंबर 2017 को सलमान निजामी ने पूछा था कि पिता कौन? दादा कौन? संजय निरूपम ने 13 दिसंबर 2017 को निकम्मा कहकर संबोधित किया था।
दिसंबर 19 2017 को जिग्नेश मेवानी ने मानसिक बूढ़े कहा तो 4 फरवरी 2018 को दिव्या स्पंदना ने मोदी को नशेड़ी बताया था। 19 फरवरी 2018 को अल्पेश ठाकोर ने एक बयान में मोदी को साला मोदी कह दिया था। रणदीप सुरजेवाला ने 26 जून 2018 को मोदी को औरंगजेब से भी क्रूर तानाशाह बताया था। जिग्नेश मेवानी ने 25 अक्टूबर 2018 को नमक हराम बताया। 12 सितंबर 2018 को संजय निरूपम ने कहा कि मोदी अनपढ़ गंवार है।
राहुल गांधी ने 20 सितंबर 2018 को कहा कि हिंदुस्तान का चौकीदार ही चोर है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने 4 नवंबर 2018 को कहा कि मोदी हिटलर हैं। संजय निरूपम ने 9 सितंबर 2018 को कहा कि मोदी से बुरा कुछ है ही नहीं। इसके बाद राजबब्बर ने 22 सितंबर 2018 को को कहा कि डॉलर मोदी की मां जितना गिर गया है। जिग्नेश मेवानी ने 25 सितंबर 2018 को मोदी को नालायक बेटा बताया था। 25 सितंबर को ही विलासराव मुतेमवार ने पूछा की मोदी का बाप कौन है?
इरफान अंसारी ने 26 सितंबर 2018 को कहा साला मोदी। महेंद्रजीत मालवीय ने 3 दिसंबर 2018 को मोदी की मां के खिलाफ अपशब्द कहे थे। जिसके बाद रणदीप सुरजेवाला ने 7 दिसंबर 2018 को मोदी की तुलना मोहम्मद बिन तुगलक से की थी। श्यामसुंदर सिंह चौहान ने 26 दिसंबर को चोर, नटवरलाल कहा। 10 जनवरी 2019 को शुसील कुमार शिंदे ने तानाशाह हिटलर तो राशिद अल्वी ने 25 जनवरी को उन्हें नाकारा बेटा बताया।
9 मार्च 2019 को विजयशांति ने मोदी को आतंकवादी बताया। 16 मार्च 2019 को पवन खेड़ा ने मोदी को मसूद, ओसामा, दाउद तथा ISI का एजेंट बताया था। 18 मार्च 2019 को ही बी नारायण राव ने मोदी को नामर्द बता डाला था। उसके बाद इस समय देश के जो हालात चल रहे हैं जिसमें मोदी को शोसल मीडिया पर रात दिन गालियां ही गालियां मिल रही हैं।