प्रदर्शनकारी किसानों पर पानी की बौछारों का प्रियंका गांधी ने किया विरोध, सुरजेवाला बोले किसान कैसे हो गये खतरा
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार 26 नवंबर को हरियाणा पुलिस द्वारा शंभू सीमा पर आंदोलनकारी पंजाब के किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की खिंचाई की। किसान विवादित कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली तक मार्च निकाल रहे थे।
एक ट्वीट के माध्यम से प्रियंका ने कहा, कृषि कानूनों पर किसानों की आवाज सुनने के बजाय भाजपा सरकार ठंड के मौसम में उन पर पानी की बौछारें कर रही है। किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और सरकार बैंकों से ऋण छूट, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन पूंजीपतियों को दे रही है।
किसानों से समर्थन मूल्य छीनने वाले कानून के विरोध में किसान की आवाज सुनने की बजाय भाजपा सरकार उन पर भारी ठंड में पानी की बौछार मारती है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 26, 2020
किसानों से सबकुछ छीना जा रहा है और पूंजीपतियों को थाल में सजा कर बैंक, कर्जमाफी, एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन बांटे जा रहे हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/al8dG8ZZhi
उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों पर हो रही पानी की बौछारों का एक वीडियो भी ट्वीट किया।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सरकार की खिंचाई की और ट्वीट में कहा, मोदीजी, कब से दिल्ली 'दरबार' को देश के किसानों से खतरा हो गया? किसानों को रोकने के लिए सरकार ने अपने बेटों को जवानों के रूप में तैनात किया है। भारत-चीन सीमा पर यदि इसी तरह की सतर्कता अपनाई जाती, तो चीन हमारी जमीन पर घुसपैठ करने की हिम्मत नहीं करता। आपकी प्राथमिकताएं हमेशा गलत क्यों होती हैं?
मोदी जी,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 26, 2020
दिल्ली दरबार को देश के अन्नदाताओं से ख़तरा कब से हो गया?
किसानों को रोकने के लिए उन्ही के बेटे, यानी सेना के जवान खड़े कर दिए।
काश, इतनी चौकसी चीन सीमा पर की होती तो चीन देश की सरज़मीं पर घुसपैठ करने का दुस्साहस नही करता।
आपकी प्राथमिकताएँ सदा ग़लत ही क्यों होती हैं? pic.twitter.com/dbFsHVXjJe
गौरतलब है कि किसानों ने इस साल सितंबर में संसद में पारित किए गए कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली तक मार्च करने की घोषणा की है। किसान इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।